सही फैसला नहीं दे रहे, CJI चंद्रचूड़ पर ऐसा क्यों बोले उद्धव ठाकरे..

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शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुंबई के शिवाजी पार्क में आयोजित दशहरा रैली में केंद्र और महाराष्ट्र की महायुति सरकार पर तीखा हमला बोला। इस दौरान उन्होंने एकनाथ शिंदे के साथ शिवसेना पार्टी को लेकर चल रहे विवाद पर "सही फैसला" देने के लिए भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ से भी अपील की।

यहां शिवाजी पार्क में पार्टी की वार्षिक दशहरा रैली में लोगों को संबोधित करते हुए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, "मैं मुख्य न्यायाधीश से कहना चाहता हूं कि यदि आपको इतिहास बनाना है, तो सही फैसला दीजिए।

आप सिर्फ बोलते रहते हैं, लेकिन कोई निर्णय नहीं दे रहे। आप नरेंद्र मोदी के साथ आरती कर सकते हैं, यह ठीक है, लेकिन अगर निर्णय नहीं दिए जाएंगे, तो जनता का न्यायपालिका से विश्वास उठ जाएगा। लोग केवल न्यायपालिका और लोकतंत्र पर ही भरोसा करते हैं।"

ठाकरे ने कहा कि अगर आप इतिहास में अपना नाम गौरवान्वित करना चाहते हैं, तो यही वह समय है। लोकतंत्र बचाओ। ठाकरे ने कहा, "CJI चंद्रचूड़ कहते हैं कि उन्हें नहीं पता कि रिटायरमेंट के बाद इतिहास में क्या दर्ज होगा, लेकिन चंद्रचूड़ साहब ... अभी समय नहीं बीता है आप जो बाहर बात कर रहे हैं, वही अंदर बोलें और न्याय दें।"

उद्धव ठाकरे ने कहा कि बाहर बात करने से न्याय नहीं मिलता। उन्होंने कहा, "मैं देखता हूं कि पूरे देश में लोकतंत्र आपकी ओर देख रहा है। यह ठीक है कि आपने मोदी को गणपति पूजा में आमंत्रित किया। गणपति की पूजा करो, लेकिन जब तुम मेरे न्याय के मंदिर में आओ, तो तुम्हें यह देखना होगा कि तुम मेरे न्याय के देवता को गौरवान्वित कर सकते हो।

यह दुनिया का एक अजीब मामला है कि तीन मुख्य न्यायाधीशों ने अपना करियर पूरा कर लिया, लेकिन जिस लोकतंत्र में वे मुख्य न्यायाधीश बने, वहां न्याय देने में असफल रहे। यह लोकतंत्र का मजाक है। न्याय का मंदिर सर्वोच्च है, लेकिन जनता मेरी सर्वोच्च अदालत है और मैं उस अदालत में आया हूं।"

उन्होंने कहा कि कोर्ट का दरवाजा खटखटाते-खटखटाते हमारे हाथ दुखने लगे हैं, लेकिन न्याय के मंदिर के दरवाजे ही नहीं खुलते, हमें न्याय कैसे मिलेगा? हमें न्याय कहां मिलेगा? कई बार तो तारीख पर तारीख मिलती रहती है।


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