NTA ने बदला टाई ब्रेकिंग नियम, आयु क्राइटेरिया हटा..

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एनटीए ने जेईई मेन परीक्षा के टाई ब्रेकिंग नियम को बदल दिया है। टाई ब्रेकिंग नियम से ही तय होता है कि समान अंक आने पर किस स्टूडेंट को मेरिट में ऊपर रखा जाएगा। जिन दो छात्रों का एनटीए स्कोर समान रहेगा तो टाई होने पर आल इंडिया रैंक देने के लिए उनका सब्जेक्ट वाइज एनटीए स्कोर देखा जाएगा।

अब पहले की तरह टाई ब्रेक सुलझाने के लिए छात्रों की आयु और आवेदन संख्या को नहीं देखा जाएगा। बराबर मार्क्स आने पर रैंक तय करने के लिए सबसे पहले गणित का एनटीए स्कोर देखा जाएगा, इसमें टाई लगने पर फिजिक्स का एनटीए स्कोर और इसके बाद भी टाई होने पर केमिस्ट्री का एनटीए स्कोर देखा जाएगा।

इनमें भी टाई होने पर गणित के कम ऋणात्मक (नेगेटिव) स्कोर, उसके बाद फिजिक्स के कम ऋणात्मक स्कोर उसके बाद केमिस्ट्री के कम ऋणात्मक स्कोर को लिया जाएगा और यदि उपरोक्त सभी पैरामीटर में भी टाई लगता है तो उन छात्रों को समान ऑल इंडिया रैंक एवं कैटेगिरी रैंक दे दी जाएगी।

ऐसे में कई छात्र ऐसे होंगे जिनका 300 में से 300 स्कोर आया, तो इन सभी की एआईआर-1 दे दी जाएगी, जो पूर्व में वर्ष 2021 में भी हो चुका है। गत वर्ष तक उपरोक्त पैरामीटर में टाई होने पर जिसकी उम्र ज्यादा होती थी उसे एआईआर में प्राथमिकता दी जाती थी।

आयु में भी टाई होने पर जेईई-मेन के एप्लीकेशन नंबर को लिया जाता था। बता दें कि जेईई-मेन के लिए पहले ही दिन 20 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने आवेदन कर दिया है। पहली बार जेईई-मेन के आवेदन के दौरान सर्टिफिकेट आईडी एवं जारी तिथि के साथ प्रमाणपत्र जारी करने वाले अधिकारी का नाम भी मांगा गया है।

ये जानकारियां दिए बिना आवेदन करना संभव नहीं हो सकेगा। ऐसे में ओबीसी एवं ईडब्ल्यूएस के विद्यार्थियों के सामने यह चेलेंज आ गया है कि उन्हें आवेदन से पूर्व अपना सर्टिफिकेट बनवाना ही होगा। अन्यथा बिना सर्टिफिकेट के आवेदन संभव नहीं होगा, जबकि गत वर्षों में विद्यार्थियों को सिर्फ अपनी कैटेगिरी ही भरनी पड़ती थी।


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