अमेरिका और राष्ट्रपति

लेखक - संजय दुबे

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 अमेरिका में नए राष्ट्रपति के रूप में चार साल बाद डोनाल्ड ट्रंप की वापसी हो गई है। अमेरिका के प्रेसिडेंशियल सूची में डोनाल्ड ट्रंप(2017-2021 और 2025से आगे) दूसरे राष्ट्रपति है जो चार साल के अंतराल में वापस आए है अन्यथा अधिकांश राष्ट्रपति लगातार आठ साल तक पद रहे। अमेरिका के बाईसवें राष्ट्रपति ग्रोवर क्लीवलैंड (1985-1989और1993-1997) भी ऐसे राष्ट्रपति रहे जो दूसरा चुनाव हार गए थे।

 अमेरिका को दुनियां में सुपर पावर के रूप में माना जाता है। रूस के अविभाज्य रहते तक मामला बराबरी का रहता था लेकिन रूस के विखंडन के बाद कोई विवाद ही नहीं रह गया।

अमेरिका में 1789 से राष्ट्रपति चुनने की प्रक्रिया शुरू हुई। जॉर्ज वाशिंगटन निर्विरोध राष्ट्रपति चुने गए। अब तक 45 व्यक्ति 47राष्ट्रपति पद पर पदासीन रहे है। केवल फ्रेंकलिन रूजवेल्ट अकेले राष्ट्रपति रहे है जो चार बार (द्वितीय विश्व युद्ध के समय में भी) राष्ट्रपति रहे।1951में अमेरिकी संविधान में ये संशोधन कर दिया गया कि कोई भी व्यक्ति दो बार से अधिक पदावधि के लिए राष्ट्रपति निर्वाचित नहीं होगा( भारत सरकार चाहे तो प्रधानमंत्री पद के लिए ऐसा सोच सकती है, कर सकती है)

 अमेरिका में मुख्यत: डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन पार्टी ही रही है। जॉन एडम(फेडलिस्ट), विलियम हेनरी हैरिसन,जॉन टेलर,जेचरी टेलर और विलार्ड फिल्मर विग पार्टी (1837-1850)का प्रतिनिधित्व करते थे।

 अमेरिका के राष्ट्रपतियों में सबसे अधिक समय का कार्यकाल डेमोक्रेटिक पार्टी के फ्रेंकलिन रूजवेल्ट का बारह साल(1932- 1944) रहा। जबकि विलियम हेनरी हैरिसन केवल 31दिन(3-3- 1841से4-4-1841) ही राष्ट्रपति रहे।

 विलियम हेनरी हैरिसन, जर्ची टेलर,वारेन डी हार्डिंग्स, और फ्रेंकलिन रूजवेल्ट राष्ट्रपति पद पर रहते रहते मरे।

अब्राहम लिंकन,जेम्स ए गारफील्ड,विलियम मैकेनली और जॉन एफ केनेडी की राष्ट्रपति पद पर रहते रहते हत्या हुई।

अमेरिकी राष्ट्रपति के इतिहास में वाटरगेट कांड के नायक रिचर्ड निक्सन(1969-1974) को राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

जॉन टेलर अकेले उपराष्ट्रपति है जो राष्ट्रपति बने।

डोनाल्ड ट्रंप अपने दूसरे कार्यकाल में भारत के लिए क्या सकारात्मक रुख अपनाएंगे ये आने वाला समय बताइएगा


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