ब्राह्मणों को दी जाए जनजातीय मामलों के विभाग की जिम्मेदारी: केंद्रीय राज्य मंत्री सुरेश गोपी

feature-top

केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री सुरेश गोपी ने  यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि जनजातीय मामलों का मंत्रालय 'सवर्ण जाति' के लोगों को संभालना चाहिए।

हालांकि, बाद में उन्होंने अपनी यह टिप्पणी वापस ले ली। अभिनय जगत से राजनीति में आए गोपी ने दिल्ली विधानसभा के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पक्ष में प्रचार करने के दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जनजातीय कल्याण में वास्तविक प्रगति तभी संभव होगी, जब मंत्रालय की जिम्मेदारी 'सवर्ण जाति' के नेता संभालेंगे।

उन्होंने कहा कि यह मेरा सपना है कि आदिवासी समुदाय से इतर किसी व्यक्ति को उनके कल्याण के लिए नियुक्त किया जाए। किसी ब्राह्मण या नायडू को जिम्मेदारी दी जाए।

गोपी ने इस टिप्पणी की आलोचना होने पर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने अच्छे इरादे से यह बयान दिया था। उन्होंने कहा, ''यदि मेरी टिप्पणी को अच्छे रूप में स्वीकार नहीं किया गया है या यदि यह स्पष्टीकरण असंतोषजनक है, तो मैं अपनी टिप्पणी वापस लेता हूं।

गोपी ने स्पष्ट किया कि उनका इरादा भेदभाव को समाप्त करना था। उन्होंने कहा, ''मैंने किसी को अच्छा या बुरा नहीं कहा; मेरा एकमात्र उद्देश्य इस परिपाटी को तोड़ना था। एक नेता के रूप में आदिवासी समुदाय का कल्याण हमेशा मेरी प्राथमिकता रहा है।''


feature-top