जस्टिस यशवंत वर्मा का तबादला, सीजेआई ने न्यायिक कार्यों से अलग रखने को कहा

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अपने सरकारी आवास से भारी मात्रा में कथित अधजले नकदी बरामद होने के बाद विवादों में फंसे दिल्ली हाई कोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा का आखिरकार इलाहाबद हाई कोर्ट में तबादला हो गया।

एक सरकारी अधिसूचना में जानकारी दी गई है कि  उनका स्थानांतरण इलाहाबाद उच्च न्यायालय में कर दिया गया है। विधि मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी कर उनके स्थानांतरण की घोषणा की।

इलाहाबाद हाई कोर्ट समेत छह हाई कोर्ट के बार के वकीलों ने एक दिन पहले ही सीजेआई खन्ना और कॉलेजियम से मिलकर जस्टिस वर्मा का तबादला रद्द करने की मांग की थी। देश के मुख्य न्यायाधीश (CJI) जस्टिस संजीव खन्ना ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से जस्टिस यशवंत वर्मा को न्यायिक कार्यों से अलग रखने को कहा है।

इससे पहले सीजेआई ने दिल्ली हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के लिए भी इसी तरह का आदेश जारी किया था। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट की कोलेजियम ने इस सप्ताह की शुरुआत में जस्टिस वर्मा का स्थानांतरण करने की सिफारिश करते हुए कहा था कि यह कदम होली की रात उक्त जज के आधिकारिक आवास में आग और कथित तौर पर नकदी मिलने के मामले में आंतरिक जांच के आदेश से अलग है।


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