आईपीएल 25, जब जीत और हार विकेट के दोनों छोर पर खड़े थे

संजय दुबे

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आईपीएल का अठारहवां संस्करण अब निर्णायक मोड पर पहुंचने वाला है।हर जीत और हार से टीमों का प्ले ऑफ के अंतिम चार स्थान में होना या न होना तय हो रहा है।

इसी कड़ी में कोलकाता नाइट राइडर्स ने राजस्थान रॉयल्स को एक रन से हरा कर अपने प्ले ऑफ में जाने की उम्मीद बरकरार रखी है । आईपीएल में खेले गए 1161मैच में ये 15वां अवसर था जब विकेट के दो छोर पर जीत और हार खड़ी थी याने एक रन से जीत और एक रन से हार का परिणाम निकला।

एक रन याने केवल दो बैट्समैन को 22यार्ड्स की दूरी तय करने की जरूरत होती है और विपक्षी टीम इस काम को होने नहीं देती है।ऐसा होने पर टाई और सुपर ओवर की तैयारी होती है। आईपीएल केपिछले अठारह संस्करण में 2011 ,2013, 2014,2018, 2020, और 2022को छोड़ हर साल कोई न कोई टीम एक रन से जीती या हारी है। 2012,2016,2019और 2022में दो दो बार एक रन से जीत हार हुई है।

रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरू और मुंबई इंडियंस ने तीन तीन बार एक रन से जीत हासिल की है।किंग्स इलेवन पंजाब और कोलकाता नाइट राइडर्स ने दो दो बार एक रन से जीत हासिल की है। राजस्थान रॉयल्स की टीम तीन बार एक रन से हारी है। डेयर डेविल्स, चेन्नई सुपर किंग्स दो दो बार एक रन से हारे है। 3मई 2012को मुंबई इंडियंस ने सबसे कम रन 121 रन बनाए थे।इस लक्ष्य को भी पुणे वॉरियर्स की टीम जीत में बदल नहीं पाई और 120रन में आउट हो गई।

मुंबई इंडियंस के लसित मलिंगा ने आखिरी ओवर में पुणे वॉरियर्स को एक रन पहले ही रोक कर एक रन से जीत हासिल की। 21अप्रैल 2019को कोलकाता नाइट राइडर्स ने सबसे अधिक 223रन बनाकर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरू को 222रन पर रोक कर एक रन से जीत हासिल की थी। बाइस यार्ड्स का ये जीत और हार का अंतर क्रिकेट के रोमांच का चरमोत्कर्ष होता है।

दर्शकों के हाथ पांव फूलने लगते है।खिलाड़ियों की एकाग्रता की सबसे बड़ी परीक्षा होती है कि बीसवें ओवर के आखिरी बॉल में किसी भी तरह बैट्समैन को एक रन नहीं बनाने देना है। दूसरी तरफ बैट्समैन की कोशिश होती है कि चार मारे, छः मारे और नहीं तो एक रन तो बना ही ले।भले ही बेट पर बॉल लगे या न लगे।


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