बेंगलुरु : हिंदी बोलने पर नहीं मिली पार्किंग की जगह

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भाषा विवाद के बीच बेंगलुरु के एक वायके ने एक बार फिर बहस छेड़ दी है।

गूगल के एक इंजीनियर ने दावा किया है कि उन्हें पार्किंग का स्पेस इसलिए नहीं दिया गया क्योंकि वह कन्नड़ की जगह हिंदी भाषा में बोल रहे थे।

उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में कहा कि कम से कम अंग्रेजी को पूरे देश में अनिवार्य कर देना चाहिए। इससे भाषा की समस्या ही खत्म हो जाएगी और कम्युनिकेशन आसान हो जाएगा।


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