एमआरआई की तरह जाति गणना समस्या का स्रोत नहीं हो सकती: जगदीप धनखड़

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जगदीप धनखड़ ने कहा कि आगामी जनगणना में जाति गणना सामाजिक न्याय लाने के लिए एक परिवर्तनकारी कदम होगा और उन्होंने इस बात को खारिज कर दिया कि इससे समाज में समस्याएं पैदा हो सकती हैं।

जगदीप धनखड़ ने यह भी कहा कि सोच-समझकर एकत्र किए गए जाति के आंकड़े शरीर के एमआरआई की तरह एकीकरण का एक साधन होंगे।

जगदीप धनखड़ ने कहा कि मजबूत आंकड़ों के बिना प्रभावी नीति नियोजन की तुलना अंधेरे में की गई सर्जरी से की जा सकती है।

यहां भारतीय सांख्यिकी सेवा (आईआईएस) के परिवीक्षार्थियों को संबोधित करते हुए जगदीप धनखड़ ने कहा कि जाति गणना एक परिवर्तनकारी कदम और गेम-चेंजर होगा। यह सामाजिक न्याय लाने में मदद करेगा और आंखें खोलने वाला होगा।


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