स्वतंत्रता किसी एक व्यक्ति के कारण नहीं मिली: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत

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आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत की स्वतंत्रता 1857 के विद्रोह से शुरू होकर सामूहिक प्रयासों का परिणाम थी, न कि किसी एक व्यक्ति की उपलब्धि का। उन्होंने आरएसएस के भीतर सामूहिक विचार के महत्व पर भी जोर दिया। इसके अलावा, भागवत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा की, भारतीय सेना की प्रतिक्रिया की प्रशंसा की और राजनीतिक एकता का आग्रह किया।


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