सीएम बघेल ने स्थानीय शिल्पियों और विक्रेताओं द्वारा निर्मित मिट्टी के दीये, मूर्तियों, पूजन सामग्री खरीदने की अपील

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रायपुर :  मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को दीपावली पर्व की बधाई देते हुए कहा कि इस बार दीवाली कोरोना कोविड-19 महामारी के साये में मनाई जा रही है। त्यौहारों की उमंग के साथ कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सावधानी और सुरक्षा उपायों का पालन जरूरी है।

    मुख्यमंत्री ने दीपावली के शुभ अवसर पर प्रदेशवासियों से परंपरागत रूप से कार्य करने वाले शिल्पियों द्वारा निर्मित मिट्टी के दीये, मूर्तियों, पूजन सामग्री, गौठानों में महिला स्व सहायता समूहों द्वारा निर्मित सामग्रियों और पकवानों का क्रय कर उन्हें प्रोत्साहन देने की अपील की। उन्होंने कहा कि इससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। मुख्यमंत्री ने यह जानकारी भी दी कि समस्त प्रकार का बाजार शुल्क समाप्त कर दिया गया है। अब इन विक्रेताओं को कोई शुल्क देने की आवश्यकता नहीं है। जिला प्रशासन और नगर निगम को यह निर्देश दिए गए है कि वे वेंडिंग जोन के अतिरिक्त शहर के मुख्य मार्गाें पर रोड मार्किंग कर तथा नगरीय निकाय शासन के स्वामित्व के मैदान, बाजार, स्टेडियम आदि के विक्रेताओं के बैठने की व्यवस्था करें।

    इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लिए आज बहुत खुशी का दिन है, जब एक साथ 23 नई तहसीलों का शुभारंभ हुआ है। स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने कहा कि नई तहसीलों के शुभारंभ के साथ-साथ इनके कार्यालय भवन और वाहन के लिए भी मुख्यमंत्री जी ने स्वीकृति प्रदान की है। लोकसभा सांसद ज्योत्सना महंत, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, विधायक धनेन्द्र साहू, मोहन मरकाम ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नई तहसीलों के शुभारंभ पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि इन नई तहसीलों के अलावा 12 से 13 नई तहसीलों के गठन की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। इस अवसर पर राजस्व सचिव रीता शांडिल्य भी उपस्थित थीं।  

    गौरतलब है कि तहसीलों के पुनर्गठन को लेकर आम जनता की बहुप्रतिक्षित मांग को मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप प्रदेश शासन द्वारा मूर्तरूप दिया गया है। इन नवीन तहसीलों के शुरू हो जाने से अब ग्रामीणों औैर किसानों को अपने राजस्व संबंधी मामलों के निराकरण में सहूलियत होगी।


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