केशकाल : महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए नगर पंचायत की अनूठी पहल, गोबर से बने दिए से सजा दीपावली का बाजार

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केशकाल । गोबर कभी आमदनी का जरिया बनेगा इसकी कल्पना शायद ही किसी ने नहीं की होगी, लेकिन छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना ने यह सच कर दिखाया है। योजना से पशुपालकों , किसानों और महिलाओं के लिए अतिरिक्त आमदनी के रास्ते खुलने लगे हैं। इसका लाभ उठाते हुए कोंडागांव जिले के नगर पंचायत केशकाल में स्व सहायता समूह की महिलाएं गोबर से जैविक खाद और दिया का निर्माण कर बाजारों में बिक्री के लिए पहुंच रही हैं जिससे समूह की महिलाओं को खासी आमदनी भी हो रही है। केशकाल नगर पंचायत सीएमओ कावड़े इस विषय पर बताया कि नगरीय प्रशासन द्वारा स्व सहायता समूह की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुहिम छेड़ी गई है। जिसके तहत महिलाएं कंपोस्ट खाद बना रहे हैं साथ ही दीपावली पर्व के चलते इन दिनों यह महिलाएं गोबर के दीए बनाने में जुटी हैं और आगे गोबर की लकड़ियां या अन्य उत्पाद बनाने हेतु विचार किया जा रहा है। नगरी प्रशासन की ओर से यह दिये दीपावली से पहले बाजार या स्टाल में लगाकर उचित दाम पर उपलब्ध कराए जाएंगे। जिसे स्व सहायता समूह की महिलाओं की आमदनी बढ़ेगी और परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। वहीं केशकाल विधायक सन्तराम नेताम ने कहा की छत्तीसगढ़ में जब से माननीय भूपेश बघेल जी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी है तब से किसानों और गरीब तबके के लोगों की मदद के लिए विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाएँ बनाई गई हैं। इसी क्रम में शासन की महत्वाकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना से लोगों को मिला रहा स्वरोजगार, दीपावली के लिए गोबर से इको फ्रेंडली दिये बनाकर महिलाएं स्वालंबी हो रही हैं। इस विषय पर स्व सहायता समूह की महिलाओं ने कहा कि हम नगर पंचायत सीएमओ नामेश कावड़े के मार्गदर्शन में दिया बना रहे हैं। अभी तक दस हजार से अधिक दिये बनाए गए हैं जिसमे आधे दिये बाजार में बिक चुके हैं।
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