कोण्डागॉव : 36 दिन के बालक का अपहरण करने वाली आरोपिया को पुलिस ने किया गिरफ्तार

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कोण्डागॉव | जिले के उरंदाबेडा थाना प्रभारी को दिनांक 18.11.2020 को सूचना मिला कि ग्राम आलमेर थाना उरंदाबेडा में एक बालक को कोई उठाकर ले गया है। उक्त सूचना को थाना प्रभारी द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया। पुलिस अधीक्षक कोण्डागांव सिद्वार्थ तिवारी द्वारा सूचना के संवेदनशीलता को देखते हुए SDOP फरसगांव व थाना प्रभारी उरंदाबेड़ा को तत्काल ग्राम आलमेर पहुॅचकर सूचना की तस्दीक कर जाॅच कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया। SDOP फरसगांव के नेतृत्व में पुलिस टीम ग्राम आलमेर पहुॅचकर ग्रामीणों से पूछताछ किया गया, तो जानकारी प्राप्त हुआ कि श्रवण नाग निवासी ग्राम आलमेर के बेटे को कोई उठाकर ले गया है। पुलिस टीम द्वारा श्रवण नाग व उनके परिजन से पूछताछ किया गया, तो घटना के संबंध में बताया गया कि दिनांक 18.11.2020 के सुबह लगभग 05.00-06.00 बजे के बीच वह और उनकी पत्नि उठकर लिपाई-पुताई के लिए गोबर बिनने बाहर की ओर निकले थे तथा घर में उसका लड़का दक्ष जो 36 दिवस का है तथा उसकी बेटी, जो 05 वर्ष की है, घर में सोये थे। लगभग 01 घंटे बाद जब उनकी पत्नि अपने बच्चे को सेंकाई करने के लिए घर गई तो देखी कि उसका लड़का दक्ष घर में नही था, तो आसपास पूछताछ कर पता-तलाश किये, जो नही मिला। बालक को किसी अज्ञात के द्वारा घर से उठाकर ले जाने से रिपोर्ट पर थाना उरंदाबेड़ा में अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। परिजनों, ग्रामीणों तथा चस्मदीद व्यक्तियों से पूछताछ करने पर एक अज्ञात महिला के द्वारा दक्ष को अपहृत किया जाने की तथ्य उजागर हुआ था। पुलिस अधीक्षक कोण्डागांव सिद्वार्थ तिवारी द्वारा घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए अपहृत बालक दक्ष के पता-तलाश हेतु एसडीओपी फरसगांव पुष्पेन्द्र नायक के नेतृत्व में थाना प्रभारी उरंदाबेड़ा, बड़ेडांेगर, फरसगांव की अलग-अलग टीम गठित कर ग्राम आलमेर के आसपास के गांवों में ग्रामीणों से पूछताछ करने तथा पता-तलाश करने निर्देशित किया गया तथा क्षेत्र की संवेदनशीलता को देखते हुए डीएसपी दीपक मिश्र व डीआरजी के बल को आसपास के ग्राम व जंगलों में अपहृत बालक के पता तलाश हेतु सघन सर्च अभियान चलाया जा रहा था । टेक्निकल इनपुट के माध्यम से सायबर सेल के द्वारा भी पता-तलाश किया जा रहा था। पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज, बस्तर के द्वारा प्रकरण की संवेदनशीलता के मद्देनजर जिले के समस्त राजप़ि़त्रत अधिकारियों की बैठक लेकर अपहृत बालक के पता-तलाश हेतु घटना से संबंधित समस्त पहलुओं पर जाॅच कार्यवाही करने तथा आसपास के ग्राम के ग्रामीणों से तथा उनके परिजनों से पूछताछ कर अपहृत बालक को शीघ्र ही दस्तयाब करने हेतु निर्देशित किया गया था। आलमेर गांव तथा उसके आसपास के गांव के ग्रामीणों के द्वारा भी अपहृत बालक के पता-तलाश में पुलिस का सहयोग किया जा रहा था तथा कोण्डागांव पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से अपहृत बालक की पता-तलाश लगातार किया जा रहा था कि दिनांक 29.11.2020 को पुलिस को सूचना मिला कि ग्राम चिंगनार थाना बेनूर जिला नारायणपुर में एक बच्चा विगत दो-तीन दिनों से लगातार रो रहा है, उक्त सूचना की तस्दीक हेतु पुिलस टीम ग्राम चिंगनार पहुॅचकर सूचना के संबंध में ग्रामीणों से पूछताछ किया गया, तो जानकारी प्राप्त हुआ कि श्रीमती रीता नाग पति रामलाल नाग उम्र 30 साल निवासी हाल ग्राग चिंगनार का बच्चा रात-रात को रोना बताया गया। श्रीमती रीता नाग को उक्त बच्चे के संबंध में पूछताछ करने पर स्वयं का बच्चा होना बताया गया, किन्तु उनका बच्चा होने के संदेह होने पर रीता नाग के पति रामलाल नाग तथा उनके परिजन से पूछताछ किया गया तथा अपहृत बच्चे के माता-पिता द्वारा भी उक्त बच्चे को अपहृत बालक दक्ष होना बताया। आरोपिया रीता नाग के द्वारा पुलिस को गुमराह किया जा रहा था, किन्तु गहन पूछताछ के उपरांत बालक दक्ष का स्वयं अपहरण कर अपराध कारित करना कबूल किया गया, जिस पर आरोपिया रीता नाग के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। कोण्डागांव पुलिस द्वारा लगातार अपहृत बालक दक्ष को पता तलाश कर सकुशल दस्तयाब किया गया है तथा दस्तयाब कर जिला अस्पताल में चिकित्सीय परीक्षण कराया जा रहा है। उक्त प्रकरण में अपहृत बालक को दस्तयाब करने में एसडीओपी फरसगांव पुष्पेन्द्र नायक, डीएसपी दीपक मिश्र, थाना प्रभारी उरंदाबेड़ा सुनील खेस, थाना प्रभारी बड़ेडोंगर देवेन्द्र दर्रो, उप निरीक्षक जितेन्द्र गुप्ता, सहायक उप निरीक्षक वीरेन्द्र कोर्राम तथा थाना एवं डीआरजी का बल का सराहनीय भूमिका रही है।
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