शिक्षा और रोज़गार के नाम पर युवकों के भविष्य के साथ खिलवाड़, प्रदेश सरकार के दो साल : भाजपा

feature-top

 रायपुर : भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू ने उच्च शिक्षा और रोज़गार के नाम पर प्रदेश के युवकों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाकर प्रदेश सरकार के दो साल के कार्यकाल को धोखा और कोरी सियासी लफ़्फ़ाजियों का कार्यकाल बताया है। श्री साहू ने कहा कि प्रदेश के युवा वर्ग को सब्जबाग दिखाकर सत्ता में आई कांग्रेस की प्रदेश सरकार ने युवकों के सुनहरे भविष्य की कल्पना को जिस निर्ममता के साथ बदरंग किया है, समय आने पर प्रदेश की तरुणाई इस सरकार को इसका माक़ूल ज़वाब देगी।

 

भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष साहू ने कहा कि प्रदेश सरकार ने युवा वर्ग के लिए अपने इन दो वर्षों के शासनकाल में कोई भी सकारात्मक काम नहीं किया, उल्टे हताशा और निराशा की अंधी गलियों में उनके भविष्य को धकेलकर रख दिया है। प्रदेश की प्रतिभासंपन्न युवा शक्ति को प्रदेश के रचनात्मक विकास में भागीदार बनाने के लिए प्रदेश सरकार ने न तो उनके लिए उच्च शिक्षा की नई संभावनाओं के धरातल को विकसित किया और न ही शिक्षित बेरोज़गार युवकों के लिए रोज़गार के अवसर मुहैया कराए। श्री साहू ने कहा कि रोज़गार के नाम पर प्रदेश के युवकों को शराब बेचने के लिए डिलीवरी ब्वॉय बनाने के पाप-कर्म में जिस प्रदेश सरकार को ज़रा भी शर्म महसूस नहीं हो रही हो और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दूसरे प्रदेशों में जाकर छत्तीसगढ़ के युवकों को भरपूर रोज़गार मुहैया करने का झूठ फैला रहे हों, यह प्रदेश की युवा शक्ति के साथ भद्दा मज़ाक़ है। प्रदेश के अमूमन सभी विभागों में पद रिक्त पड़े हैं लेकिन योग्यता का सम्मान करके प्रदेश के युवकों को उन पदों पर नियुक्ति देकर बेरोज़गारी के संकट को हल करने की नीयत इस प्रदेश सरकार की है ही नहीं।

 

भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष साहू ने कहा कि पुलिस विभाग में भर्ती की प्रक्रिया को रोककर और लगभग 14 हज़ार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को लटकाकर प्रदेश सरकार युवकों के साथ अन्याय कर रही है। जिन पदों पर कुछेक भर्तियाँ करने की नौटंकी करके प्रदेश सरकार ने डींगें हाँकने का काम किया है, उसकी ज़मीनी सच्चाई यह है कि क़ायदे से परे जाकर उन्हें तीन वर्षों तक उक्त पद का निर्धारित वेतनमान देने में यह सरकार आनाकानी कर रही है। श्री साहू ने कहा कि सत्ता में आते ही 25सौ रुपए मासिक बेरोज़गारी भत्ता देने के अपने वादे से प्रदेश सरकार मुकर गई है और आज तक इस वादे पर अमल नहीं किया गया। बेरोज़गारी के इस भयावह संत्रास से हताश-निराश युवक आत्महत्या के लिए विवश हो रहे हैं और सत्तावादी अहंकार में चूर प्रदेश सरकार युवकों की पीड़ा सुनने को तैयार तक नहीं होती। श्री साहू ने कहा कि आत्महत्या और इसकी कोशिश करने वाले युवकों को पागल, नशेड़ी और मानसिक अवसाद से ग्रस्त बताकर अपनी क्रूर संवेदनहीनता का परिचय देती आ रही है, जो अक्षम्य है।


feature-top