मीलों का सफर अब हुआ आसान

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बिलासपुर : कोटा विकासखंड स्थित कुरदर से बगधर्रा व्हाया सरगोढ़ सड़क का निर्माण प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से किया गया है। इस सड़क के निर्माण से क्षेत्र के लोगों को जीवन की सबसे बड़ी सुविधा प्राप्त हुई है। अब ग्रामीण मीलों का सफर आसानी से तय कर ले रहे हैं।

यह सड़क दूरस्थ वन क्षेत्र अचानकमार टाइगर रिजर्व क्षेत्र के बफर जोन में स्थित है। आदिवासी बैगा बाहुल्य क्षेत्र सरगोढ़, उमरिया, बगधर्रा, चांटीडांड़, भलवाही, खोंगसरा कुल 6 बसाहटों के कुल 1405 जनसंख्या को मुख्य मार्ग से जोड़ने की यह एकमात्र सड़क है। सड़क निर्माण से पूर्व इस क्षेत्र के ग्रामीण मुख्यधारा से कटे हुए थे। 20 किमी. लंबी सड़क में 2 बड़े नाले हैं जिनमें सड़क निर्माण के साथ 2 बाक्स कल्वर्ट का निर्माण कराया गया इसके अलावा 20 किमी. सड़क में 6.50 किमी. लंबी संकीर्ण घाट का क्षेत्र पड़ता है।

सड़क निर्माण से पूर्व विपरीत परिस्थितियों में इस क्षेत्र के निवासी दुर्गम और कठिन रास्तों से साप्ताहिक बाजार में आना-जाना करते थे। खोंगसरा ग्राम पंचायत के साप्ताहिक बाजार में दैनिक उपयोगी वस्तुएं लेने के लिये ग्रामीणों को एक दिन पूर्व 17-18 किमी. पैदल चलकर घाट, नालों को पार करके लगभग 8-10 घंटे अनुमानित सफर तय कर खोंगसरा तक आना पड़ता था। इसके चलते लोगों को चिकित्सा सुविधा भी मुहैया नहीं हो पा रही थी।

कभी दूभर लगने वाली यह सड़क अब इस क्षेत्र के निवासियों के लिये वरदान बन गयी है। ग्रामीणों के लिये 1 घंटे से कम समय में नजदीकी हाट बाजार और अस्पताल पहुंचना आसान हो गया है। नालों पर बने पुल-पुलिया, घाटो पर बने सुरक्षित सड़कें लोगों के जीवन को सरल बना रहे हैं।


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