कृषि बिल के विरोध में किसान मोर्चा ने दिया धरना, तीनो बिल की वापसी की मांग

feature-top

धमतरी : राष्ट्रीय किसान मोर्चा एवं राष्ट्रीय मतदाता जागृति मंच के संयुक्त तत्वाधान में केंद्र सरकार की भाजपा सरकार द्वारा पारित नई कृषि बिल को वापसी लेने की मांग को लेकर दिल्ली के बॉर्डर पर चल रहे संयुक्त किसान मोर्चा के आंदोलन के समर्थन में तीनों काला कानून को वापस लेने की मांग को लेकर आज गांधी चौक धमतरी में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया इस अवसर पर किसानों के द्वारा केंद्र की भाजपा सरकार को जमकर कोसा और उन्हें पूंजीपतियों के इशारे पर काम करने वाले एजेंट कह कर नारेबाजी भी किया धरना प्रदर्शन में अधिवक्ता शत्रुहन साहू विधिक सलाहकार संयुक्त मोर्चा संजय चंद्राकर राष्ट्रीय मतदाता जागृति मंच टिकेश्वर साहू राष्ट्रीय किसान मोर्चा ने संयुक्त रूप से बयान जारी कर कहा कि कृषि बिल के बारे में भाजपा सरकार के द्वारा जनता को गुमराह किया जा रहा है केंद्र सरकार का कहना है कि इस बिल के माध्यम से किसानों को कहीं भी अपनी फसल बेचने की स्वतंत्रता होगी जबकि वास्तविकता यह है कि किसानों को कभी भी अपनी फसल मंडी के बाहर बेचने के लिए किसी भी प्रकार की पाबंदी नहीं था इससे किसानों को क्या लाभ होगा ? सवाल का जवाब भारतीय जनता पार्टी के किसी भी नेता के पास नहीं है केवल और केवल जनता को गुमराह कर पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए यह बिल लाया गया है जबकि किसानों का मांग है कि उनकी फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी का कानून दिया जाए समर्थन मूल्य के नीचे चाहै सरकार हो या कोई प्राइवेट कंपनी के द्वारा खरीदी करने पर उनके खिलाफ f.i.r. का प्रावधान किया जाए और प्रत्येक जिला मुख्यालय पर कृषि कोर्ट की स्थापना की जाए ताकि किसान भी जो देश के अन्नदाता है जो देश की रीड की हड्डी है अपनी फसल का सही दाम पा सके किंतु किसानों की मांगों पर ध्यान ना दे कर अंबानी और अडानी के बंगले से यह किसान विरोधी बिल लाई गई है गई है जिसे वापस लिया जाना न्याय हित में है यदि भाजपा के लोगों के मन में किसानों के प्रति थोड़ी भी मान सम्मान हैं तो तीनों कृषि बिल को वापस लेकर किसानों के सम्मान में न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी का कानून देकर अपने अन्नदता का कर्ज अदा करें इस अवसर पर भुनेश्वर साहू, निहाल साहू रोहित दास सतवंत महिलांग, निशांत भट्ट ममता तिवारी ललित नगारची, डोमेराम, महेंद्र साहू ने कहा कि किसान विरोधी काला कानून को वापस लेकर केंद्र सरकार किसानों की मांग को पूरा करें नहीं तो किसान गांव गांव जाकर केंद्र सरकार की कथनी और करनी का भंडाफोड़ करेंगे या काला कानून किसानों को बर्बाद कर देगी गोपी साहू कृष्णकांत चोवाराम युगल किशोर दिग्विजय थान सिंह ने कहा कि किसान आंदोलन अपनी जमीन बचाने के लिए अब तक 20 से अधिक किसान शहीद हो गए हैं उनकी शहादत का सम्मान करते हुए संवेदनशीलता का परिचय दें भाजपा के लोगों के द्वारा जनता को गुमराह ना कर इस कृषि बिल वापस लेना चाहिए बहुर सिंह मरकाम महेश रावते लाल टोकेश्वर साहू खूब लाल सुनहार यदुनंदन साहू मनोज ओम प्रकाश इस बिल को किसान विरोधी बिल घोषित कर इस वापस करने की मांग की इस अवसर दीपक परमेश्वर धनंजय कार्तिक राम गोपाल राम सुभाष सोनू रसूल खान अशफाक हाशमी थान सिंह गजेंद्र भीम लाल तुलाराम अवतार साहू प्रहलाद साहू सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र के किसान शामिल हुए किसान शामिल है।


feature-top