बाबा घासीदास जी का जीवन, उनके कार्य और उपदेश आज भी प्रासंगिक : मंत्री डहरिया

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रायपुर :नगरीय प्रशासन और श्रम मंत्री मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने कहा कि छत्तीसगढ़ बाबा गुरु घासीदास और बाबा साहब अंबेडकर के दिखाए आदर्शों पर चल रहा है। बाबा जी ने जो मनखे मनखे एक समान का सिद्धांत दिया था, वह हमारा आदर्श सिद्धांत है हम इसी सिद्धांत पर चलते हुए छत्तीसगढ़ को आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।    

       मंत्री डॉ. डहरिया मंदिर हसौद में सतनामी समाज द्वारा आयोजित गुरु बाबा घासीदास जी की जयंती कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। डॉ. डहरिया ने इस मौके पर बाबा जी की पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों के लिए सुख-समृद्धि की कामना की। उन्होंने मंदिरहसौदवासियों को गुरु बाबा घासीदास जयंती कार्यक्रम की बधाई एवं शुभकामनाएं भी दी। नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. डहरिया ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि संत शिरोमणि गुरु बाबा घासीदास जी का जीवन, उनके कार्य, उनके उपदेश आज भी प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा कि गुरु घासीदास बाबा समता, समरसता और भाईचारे का प्रतीक है। बाबा घासीदास जी ने ‘मनखे-मनखे एके बरोबर’ के वचनामृत से सारा संसार को एक सूत्र में पिरोने का काम किया। तत्कालीन समय में मानव-मानव में भेद, समाज में व्याप्त कुरीतियां, रूढिवादिता, सामाजिक विषमता को दूर करने का प्रयास किया, वहीं उन्होंने ‘सत्य ही मानव का आभूषण है’ कि अमृत वचन से जनमानस में सत्य और अहिंसा का पाठ पढ़ाया। उन्होंने पंथी के माध्यम से सतनाम का संदेश और आराधना का उल्लेख करते हुए कहा कि पंथी नृत्य जनमानस में शांति, एकता और सत्य की राह पर चलने का संदेश देता है। इस अवसर पंथी के कलाकारों ने आकर्षक प्रस्तुति दी। मंत्री डाॅ. डहरिया ने मंदिर हसौद के शीतला चैक में रंगमंच के लिए तीन लाख रुपए की घोषणा भी की। 


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