57 महिला स्व. सहायता समूह जुड़ेगें मिनी राईस मिल, आटा और मसाला उद्योगों से

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कवर्धा : प्रदेश के वन, परिवहन, आवास, एवं पर्यावरण मंत्री ने गुरूवार को मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर कबीरधाम जिले के एक दिवसीय प्रवास के दौरान जिले के विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए। उन्होंने जिले के बिरकोना के मॉडल गौठान स्थल पर आयोजित कार्यक्रम को संबोंधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की नई सरकार प्रदेश के ग्रामीण अर्थव्यवस्था, महिला स्व. सहायता समूहों के आर्थिक उन्नति, किसानों के आर्थिक प्रगति के साथ-साथ जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए अनेक कार्यक्रम और योजनाएं संचालित की जा रही है।

उन्होंने कहा कि देश में गौधन योजना के तहत गोबर खरीदने वाले छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है। यह योजना राज्य के लाखों गौ-पालक किसानों और भूमिहिन परिवारों के लिए वरदान साबित हो रही है। ऐसे परिवारों को रोजगार मिल रहा है और उनके आय का नया माध्यम बना है। उन्होंने ग्रमीणोंजनों और महिला स्वसहायता समूह को बताया कि आप लोग अखबारों और टेली विजन के माध्यम से जाना होगा कि बस्तर का एक ग्रामीण गोबर बेचकर हाल ही में हवाई जहॉज का सफर किया है। कबीरधाम जिले के भूमिहीन परिवार ने गोबर बेचकर अपने पत्नी के लिए सोने का मंगल सूत्र लिया है, बच्चो के लिए कपड़े भी खरीदी है। गोबर बेचकर मोटर साइकिल ली जा रही और सपने पूरे किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार राज्य के नागरिकों की खुशहाली और उनके आर्थिक प्रगति के लिए संकल्पित है।

प्रदेश के वन, परिवहन, आवास, एवं पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर ने बिरकोना में ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को मजबूत करने और 57 अलग-अलग महिला स्व. सहायता समूहों को मिनी राईस मिल, आटा और मासाला प्रसंस्करण ईकाई का वितरण किया। उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर धनलक्ष्मी स्व सहायता समूह, संगम स्व सहायता समूह, और राधा स्व सहायता समूह को मिनी राईस मिल, राधा कृष्ण स्व सहायता समूह और जय मां संतोषी स्वसहायता समूह को आटा मिल तथा श्रद्धा महिला स्व. सहायता समूह को मसाला उद्योग के संचालन के लिए मिल का वितरण किया। इस वितरण कार्यक्रम के साथ-साथ बिरकोना कलस्टर के बिरकोना, धरमपुरा, मानिकचौरी, लिमो, जुनवानी, नवागांव, सोनपुरी रानी, छिरहा, जिंदा, पालीगुड़ा, परसवारा, दुल्लापुर, मगरदा, भीमपूरी, घुघरीकला, खुंटू के 25 समूह को मिनी राईसामिल, 15 समूहों को आटा मिल और 16 समूहों को मसाला उद्योग के संचालन के लिए प्रसस्करण ईकाई दिए जाऐंगे। इन प्रसंस्करण की कुल लागत 1 लाख 5 हजार रूपए है, जिसमें समूहों को 94 हजार 500 रूपए का अनुदान का लाभ मिलेगा।

कार्यक्रम को संबोंधित करते हुए मंत्री श्री अकबर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में अपने सभी संकल्पों और वायदे को पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमने 36 वायदें किए थे, जिसमें से 24 बड़े वायदें पूरे हो गए है। आने वाले समय में सभी वायदे पूरे होंगे। उन्होंने कहा कि किसानों को प्रति क्विंटल 25 सौ रूपए धान का मूल्य मिलेगा। इसके लिए राजीव गांधी न्याय योजना संचालित की जा रही हैं। इस योजना के धान के अंतर की राशि दिए जाएंगे। अब तक किसानो को धान के अंतर की राशि तीन किस्त दिए जा चुकें है, आने वाले 31 मार्च से पहले चौथी किस्त भी दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी पंजीकृत किसानों से धान की खरीदी की जाएगी। कबीरधाम जिले में अब तक 90 प्रतिशत किसानों से धान समर्थन मूल्य पर खरीदी का लिया गया है। उन्होंने केन्द्र के किसान बिल की खामियों को बताते हुए किसानों और महिलाओं को बारिकी से जानकारी दी। इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष पुष्पा होरी साहू, नीलकंठ चन्द्रवंशी, कलीम खान, कन्हैया अग्रवाल, मुकुंद माधव कश्यप, आकाश केशरवानी, निर्मला श्रीवास, सहित अन्य जनप्रतिनिधि विशेष रूप से उपस्थित थे।


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