कोविड अस्पतालों में बेहतर सुविधा देने में कोण्डागांव रहा अव्वल

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रायपुर : लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रूद्रकुमार ने अपने प्रभार वाले कोण्डागांव जिले में संचालित स्वास्थ्य संबंधी गतिविधियों की सराहना की है। उन्होंने कहा है कि कोण्डागांव जिला सभी आकांक्षी जिलों में लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। जिले में चल रही कोविड नियंत्रण संबंधी गतिविधियों को स्वास्थ्य विभाग ने भी सराहा है। मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने इसके लिए जिले के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी। 

जिला चिकित्सालय से मिली जानकारी अनुसार राज्य में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी कोविड अस्पताल की रैंकिंग में बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने के आधार पर कोण्डागांव जिला पहले नम्बर पर है। यह रैंकिंग कोविड अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों को समय पर ईलाज, दवा और सुविधा देने के आधार पर तय की गई है। गौरतलब है कि शासन की ओर से यह सर्वेक्षण कोविड अस्पतालों में कोरोना के ईलाज के बाद डिस्चार्ज होने वाले मरीजों से फीडबैक के आधार पर किया गया है और अस्पतालों को दिये गये सभी रैंकिंग मरीजों के फीडबैक के आधार पर है। इस प्रकार कोण्डागांव जिले में भी सर्वेक्षण के दौरान फीडबैक एकत्रित किये गये थे। इसके तहत् डेडिकेटेड अस्पताल कोविड केयर्स सेंटर्स एवं प्राइवेट अस्पताल शामिल थे। इसमें डाॅक्टरों द्वारा प्रतिदिन मरीजों की जांच, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का मरीजों के संग स्वास्थ्य संबंधी दूरभाष वार्तालाप, दवाईयों के किट एवं मास्क वितरण, निर्धारित समय पर भोजन का वितरण, उसकी गुणवत्ता, पेयजल एवं गर्म पानी की सुविधा, प्रसाधन कक्ष एवं वार्ड की साफ-सफाई, स्वास्थ्य कर्मियों का व्यवहार जैसे सूचकांक शासन द्वारा निर्धारित किये गये थे। 

    जिला चिकित्सालय द्वारा यह भी जानकारी दी गई कि अब तक 01 हजार 22 मरीज कोविड अस्पताल में भर्ती किये गये थे। जिले के कोविड केयर सेंटर और कोविड अस्पताल में 14 डाॅक्टर एवं 34 स्टाॅफ नर्स एवं 08 वार्ड ब्वाॅय तैनात हैं साथ ही 100 बिस्तरों वाले अस्पताल में 30 बिस्तर सेंट्रल आॅक्सीजन से जुड़े हैं एवं सभी कोविड-19 मरीजों को ‘सीटी स्कैन‘ की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है। इस कोरोना संक्रमण काल के दौरान 03 सफल प्रसव भी जिला चिकित्सालय में किया गया है। उल्लेखनीय है कि प्रारंभिक चरण में कोविड-19 अस्पताल में मरीजों द्वारा सुविधा संबंधित जानकारी से जिला प्रशासन को अवगत कराया गया था। जिसके उपरांत कलेक्टर ने स्वयं संज्ञान लेते हुए अस्पताल में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की ड्यूटी लगाकर मरीजों को दिये जाने वाले खाने, स्वच्छता का ध्यान रखने हेतु निर्देशित किया था साथ ही कलेक्टर स्वयं प्रत्येक जिले में होने वाले कोरोना से मृत्यु के कारणों की समय-समय पर समीक्षा जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों से करते रहे हैं। इसके अलावा जिले में स्वास्थ्य जांच, मरीजों की स्थिति, वाहनों की उपलब्धता आदि के संबंध में समय-समय पर जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठकें सम्पन्न होती है। वर्तमान में जिले में कोरोना संक्रमित 4869 मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं।


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