छत्तीसगढ़ की चार चिन्हारी को बढ़ावा देने में भागीदार बनें : मंत्री डॉ. टेकाम

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रायपुर : आदिम जाति कल्याण एवं स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने आज बलरामपुर-रामानुजंगज जिले के विकासखण्ड वाड्रफनगर की ग्राम पंचायत शारदापुर (ई) में खिरबारी नाला में निर्मित होने वाले स्टापडेम का भूमिपूजन किया। इस मौके पर उन्होंने ग्रामीणों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि स्टापडेम का निर्माण 18 लाख 86 हजार रूपए की लागत से होगा। स्टापडेम बन जाने से खिरबारी नाला के उपरी हिस्से में लगभग 200-500 मीटर तक जल का भराव हमेशा बना रहेगा। इससे भू-जल स्तर में बढ़ोत्तरी होगी। गर्मी के दिनों में भी आस-पास के गांव के हैण्डपम्प और कुओं में जल का स्तर बना रहेगा।

    मंत्री डॉ. टेकाम ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य की चार चिन्हारी नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी को संरक्षित करने के लिए सुराजी गांव योजना संचालित की जा रही है। इस योजना के प्रथम घटक नरवा के अंतर्गत वर्षा जल को रोकने के लिए नालों का उपचार कराया जा रहा है। पानी को सहेजने के लिए नालों में कई तरह की संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। स्टापडेम के निर्माण का उद्देश्य भी नालों में बहने वाले पानी को रोकना है। उन्होंने कहा कि इससे आस-पास के इलाके के लोगों और पशुओं को भी निस्तार के लिए जल उपलब्ध हो सकेगा। स्टापडेम से पानी लिफ्ट कर आस-पास के कृषक दोहरी फसल ले सकेंगे। जिससे उनकी आमदनी भी बढ़ेगी। डॉ. टेकाम ने कहा कि जल ही जीवन हैं। खुशहाली और समृद्धि के लिए जल का संरक्षण एवं संवर्धन जरूरी है। उन्होंने इस मौके पर राज्य सरकार की गरूवा, घुरवा और बाड़ी विकास कार्यक्रम के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी और कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए छत्तीसगढ़ की चारों चिन्हारियों को संरक्षित किया जाना जरूरी है। उन्होंने ग्रामीणों से सुराजी गांव योजना बढ़-चढ़कर भागीदारी निभाने और इसका लाभ उठाने की अपील की।

    स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. टेकाम ने अपने दौरे के दौरान विकासखण्ड वाड्रफनगर की ग्राम पंचायत इंजानी में मुख्य मार्ग से प्राथमिक शाला बहेराडाड़ तक 18 लाख 23 हजार रूपए की लागत से निर्मित होने वाली मिट्टी-मुरूम-सड़क सह पुलिया निर्माण कार्य का भूमिपूजन भी किया। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणजन बड़ी संख्या में उपस्थित थे।


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