कलेक्टर ने कोरोना वैक्सीन लगाने की व्यवस्थाओं की समीक्षा की

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महासमुंद :कलेक्टर डोमन सिंह ने आज देर रात सिंह अपने कार्यालय कक्ष में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए बनाई गई कार्ययोजना की समीक्षा की ।उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सहित महासमुन्द जिले में भी आगामी 01 मार्च से शुरू होने वाले राष्ट्रव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरूआत हो रही है । राष्ट्रव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान अभियान में 1 मार्च, 2021 से अब इसमें 60 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिक तथा विशेष बीमारियों के साथ 45 से 59 वर्ष के आयु वर्ग में आने वाले व्यक्ति शामिल होंगे। इस चरण में चिन्हित आयु समूहों के नागरिकों और टीकाकरण के वर्तमान चरण से वंचित और छूटे हुए स्वास्थ्य सेवाकर्मियों तथा फ्रंटलाइनकर्मी अपनी पसंद के टीकाकरण केंद्र चुन सकते हैं। निजी क्षेत्र के अस्पताल कोविड टीकाकरण केंद्र के रूप में शामिल किए जाएंगे ताकि टीकाकरण की गति बढ़ाई जा सके। बैठक में बताया गया कि निजी स्वास्थ्य सुविधाओं को कोविड टीकाकरण केंद्र के रूप में काम करने के लिए उनके पास टीकारण प्रक्रिया के लिए पर्याप्त स्थान होना चाहिए। टीके की शीशी के भंडारण के लिए मूल कोल्ड चेन उपकरण होने चाहिए। टीका लगाने वाले लोगों तथा स्टाफ की अपनी टीम होनी चाहिए। किसी एईएफआई मामले के प्रबंधन के लिए पर्याप्त सुविधा होनी चाहिए।

 उन्होंने सर्वप्रथम जिला मुख्यालय के वार्ड क्रमांक 01 के नागरिकों से शुरूआत करने की बात कही। उन्हांेने बताया कि पहले इसमें 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और पहले से किसी बीमारी से ग्रसित 45 से 59 वर्ष के आयु वर्ग में आने वाले नागरिक शामिल होंगे। टीकाकरण की तैयारी में जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम जुटा हुआ है। इसके लिए जिला चिकित्सालय स्थित जी.एन.एम. नर्सिंग सेंटर तथा आरएलसी. मल्टी स्पेशिलिटी हाॅस्पिटल में हितग्राहियों का टीकाकरण किया जाएगा। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ रवि मित्तल, अपर कलेक्टर श्री जोगेन्द्र कुमार नायक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ एन.के. मंडपे सहित स्वास्थ्य विभाग तथा जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे। 

  स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि टीका लगाने के इच्छुक व्यक्तियों को अपने साथ निम्नलिखित फोटो, आईडी दस्तावेज लाने होंगे आधार कार्ड,निर्वाचक फोटो पहचान पत्र (ईपीआईसी), ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के मामले में पंजीकरण के समय निर्दिष्ट फोटो आईडी कार्ड (यदि आधार या ईपीआईसी नहीं है) 45 वर्ष से 59 वर्ष के आयु समूह के नागरिकों के लिए बीमारी का प्रमाण पत्र (पंजीकृत डॉक्टर से हस्ताक्षरित) हेल्थ केयर वर्कर और फं्रटलाइन वर्कर एफएल डब्लयू के लिए रोजगार प्रमाण-पत्र अधिकारिक पहचान पत्र (दोनों में से एक फोटो और जन्म तिथि के साथ)

   निजी स्वास्थ्य सुविधाओं को कोविड टीकाकरण केंद्र के रूप में काम करने के लिए उनके पास टीकारण प्रक्रिया के लिए पर्याप्त स्थान होना चाहिए। टीके की शीशी के भंडारण के लिए मूल कोल्ड चेन उपकरण होने चाहिए। टीका लगाने वाले लोगों तथा स्टाफ की अपनी टीम होनी चाहिए। किसी एईएफआई मामले के प्रबंधन के लिए पर्याप्त सुविधा होनी चाहिए।
 पंजीकरण की सरल प्रक्रिया बताई गई। पंजीकरण तीन प्रकार से होगा । पहला एडवांस सेल्फ रजिस्ट्रेशन लाभार्थी अग्रिम रूप से को-विन 2.0 पोर्टल डाउनलॉड करके तथा आरोग्य सेतू आदि जैसे आईटी एप्लीकेशनों के माध्यम से अपना पंजीकरण करा सकते हैं। पंजीकरण कराने पर कोविड टीकाकरण के रूप में काम करने वाले सरकारी तथा निजी अस्पतालों की जानकारी और तिथि तथा समय की उपलब्धता की जानकारी मिलेगी। लाभार्थी अपनी पसंद का सीवीसी चुन सकेगा और टीकाकरण के लिए अप्वाइंटमेंट बुक कर सकेगा। दूसरा विकल्प ऑनसाइट रजिस्ट्रेशन का होगा जो साइट पर अपने को रजिस्टर कराने की अनुमति देता है जो स्वयं रजिस्टर नहीं कर पाए थे।तीसरा विकल्प सुविधाजनक कोहोर्ट पंजीकरण का होगा जिसके तहत हितग्राहियों के समूह का चयन कर उन्हे टीका लगवाएगी। इसके लिए मितानीन,पंचायत राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों और स्वसहायता समूहों की मदद ली जा सकती है। सभी का कोविन प्लेटफार्म में पंजीयन होगा। सरकारी अस्पतालों में यह निःशुल्क होगा और निजी अस्पतालों में पूर्व निर्धारित शुल्क देना होगा।


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