सत्य साईं संजीवनी हॉस्पिटल मानवता की सच्ची सेवा कर रहा है: सुश्री उइके

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रायपुर : श्री सत्य साईं संजीवनी हॉस्पिटल मानवता की सच्ची सेवा कर रहा है। उनके कार्यों से कई लोग लाभान्वित हुए हैं। छत्तीसगढ़ आदिवासी बहुल राज्य है, बस्तर और सरगुजा जैसे क्षेत्रों की गर्भवती माताओं और बच्चों के देखरेख तथा उनके इलाज में ‘मां एवं बाल देखभाल केन्द्र’ की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। साथ ही वहां के बच्चों को कुपोषण जैसी समस्याओं से निजात दिलाने में सहायक सिद्ध होगी, निश्चित ही यह केन्द्र माताओं और बच्चों की सेवा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। यह बात राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने आज नवा रायपुर में श्री सत्य साईं संजीवनी हॉस्पिटल परिसर में मां एवं बाल देखभाल केन्द्र ‘ममत्व’ के शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए कही। इस अवसर पर उन्होंने संस्था के मां और देखभाल केन्द्र का भूमिपूजन किया। राज्यपाल ने श्री सत्य साईं बाबा को स्मरण करते हुए नमन किया। उन्होंने इस अवसर पर सद्गुरू मधुसुदन साईं जी को प्रणाम किया और प्रसिद्ध क्रिकेट खिलाड़ी सुनील गावस्कर का भी अभिनंदन किया।

राज्यपाल ने कहा कि श्री सत्य साईं बाबा का आशीर्वाद है कि मुझे छत्तीसगढ़ राज्य के राज्यपाल बनने का अवसर मिला। यह दायित्व छत्तीसगढ़वासियों की सेवा करने के लिए दिया गया है। मेरी कामना है कि छत्तीसगढ़वासियों के कल्याण के लिए हरसंभव कार्य कर सकूं। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि मदर एंड चाईल्ड केयर सेंटर ‘स्वस्थ मां और स्वस्थ बच्चे’ की अवधारणा पर प्रारंभ किया जा रहा है। निश्चित ही यह अपने उद्देश्यों में सफल होगा। गर्भवती माताओं का निःशुल्क इलाज होगा तथा डिलीवरी भी मुफ्त होगी। साथ ही बच्चों की देखरेख भी निःशुल्क किया जाएगा। यह बहुत बड़ी सेवा है।

            राज्यपाल ने कहा कि श्री सत्य साईं बाबा ने पूरे संसार को प्रेम, दया भावना तथा मानव की सेवा का संदेश दिया है। उनकी शिक्षा पूरे संसार के लिए सार्वभौमिक और प्रासंगिक है तथा समाज को सेवा कार्य करने की प्रेरणा देती है। श्री सत्य साईं बाबा की याद में अनेक संस्थाएं पूरे देश में काम कर रही हैं और मानवता की सेवा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि हमें श्री सत्य साईं बाबा के संदेशों से प्रेरणा लेनी चाहिए और जीवन का कुछ समय सेवा कार्यों में लगानी चाहिए। यह निश्चित है कि जो व्यक्ति बिना अपेक्षा के निःस्वार्थ होकर मानवता की सेवा करता है, उसे पूरा समाज पूजता है और समाज में एक विशेष स्थान मिलता है। श्री सत्य साईं बाबा के पुण्य कार्यों से प्रभावित होकर अनेक महान व्यक्तित्व उनकी संस्थान से जुड़े हैं।

सुश्री उइके ने कहा कि भारत की संपन्न आध्यात्मिक विरासत है, जहां श्री सत्य साईं बाबा सहित अनेकों संतों ने योगदान दिया है। हमारी नई युवा पीढ़ी को इस विरासत को बनाए रखना चाहिए। वास्तव में त्याग, सेवा, समर्पण ही हमारे देश की पहचान है। इन्हीं गुणों के कारण प्राचीन समय में भारत की एक विशिष्ट पहचान रही है।


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