कोरोना की रोकथाम में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका : कलेक्टर

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बलौदाबाजार : प्रत्येक गांव और घर से शिक्षकों का लगाव होता है। बच्चे और उनके माता-पिता और बुजुर्गों के मन में शिक्षकों के प्रति काफी सम्मान का भाव होता है। लिहाजा शिक्षक कोरोना महामारी को रोकने और खत्म करने में काफी मददगार होंगे। कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने जिले के सभी शिक्षकों को स्वयं कोरोना की जांच कराने और टीका लगाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इससे गांव में एक सकारात्मक वातावरण तैयार होगा और ज्यादा से ज्यादा लोग प्रेरित होकर कोरोना की जांच/टीका के लिए सामने आएंगे।

        कलेक्टर ने शिक्षा कार्य से जुड़े अधिकारियों और शिक्षकों को समाज में उनका रोल याद दिलाते हुए कोरोना की लड़ाई में समाज का नेतृत्व करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि देश के कुछ हिस्सों में कोरोना की दूसरी लहर आ चुकी है। जरा सी लापरवाही जीवन को संकट में डाल सकती है। समाज में गुरुओं की महती भूमिका बताने की जरूरत नहीं है। आपके द्वारा ही दी गई शिक्षा और मार्गदर्शन के बदौलत देश मे जिम्मेदार नागरिक, सभ्य समाज,राजनेता और अधिकारी बनते हैं। आप लोगों का समाज मे सम्पर्क और दायरा काफी व्यापक है। कलेक्टर ने कहा है कि जिला प्रशासन के मुखिया होने के नाते आप सभी से मेरा आग्रह है कि अपने निकट स्थित स्वास्थ्य केन्द्रों पर जरूर जांच कराएं। आप अपने साथ गांव के लोगों को भी साथ लेकर जाएं। 

             कलेक्टर ने कहा राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण की गति थमने पर नवमीं से 12 वीं तक की कक्षाएं चालू किये हैं। स्कूल आने वाले बच्चों का भी कोरोना जांच कराया जा सकता है। विभाग के ऐसे शिक्षक एवं कर्मचारी जिनकी उम्र 45 से लेकर 59 साल के बीच का है और वे बीपी, शुगर, दिल की बीमारी, हाइपर टेंशन आदि से ग्रसित हैं, उनका टीका समीप के पीएचसी अथवा उप स्वास्थ्य केन्द्रों पर लगवाकर समाज के लिए मिसाल बन सकते हैं। 60 वर्ष अथवा इससे ज्यादा उम्र के सभी लोग इन केन्द्रों पर टीका लगवा सकते हैं। सभी सरकारी अस्पतालों पर ये टीका मुफ्त में लगाये जा रहे हैं। आप लोगों की प्रेरणा से ही पूरा समाज कोरोना की लड़ाई में भागीदार बनेगा और जिले को हम कोरोना मुक्त और स्वस्थ जिला बना पाएंगे। उन्होंने कहा है कि जब तक कोरोना का समूल नाश न हो जाये तब तक सभी को मास्क पहनना, बार-बार हाथ धोना, सैनिटाइजर का इस्तेमाल और दो ग़ज़ की फिजिकल दूरी के नियमों का पालन करते रहना है।


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