टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स के नए नाम नहीं जुडेंगे, स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को लिखी चिट्ठी

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रायपुर. कोरोना टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य कर्मियों (Health Care Workers) और फ्रंटलाइन वर्कर्स की श्रेणी में अब नया पंजीयन नहीं किया जाएगा। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने एनईजीवीएसी (NEGVAC - National Expert Group on Vaccine Administration for COVID-19) की सिफारिश पर इन श्रेणियों में टीकाकरण के नए पंजीयन पर तत्काल रोक लगा दी है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव श्री राजेश भूषण ने इस संबंध में 3 अप्रैल को सभी राज्यों को परिपत्र जारी किया है। उन्होंने टीकाकरण से संबंधित अधिकारियों को इसकी जानकारी देने और अनुपालन के निर्देश देने कहा है।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने परिपत्र में कहा है कि राज्यों के प्रतिनिधियों और डोमेन नॉलेज (Domain Knowledge) विशेषज्ञों के साथ समीक्षा में एनईजीवीएसी ने पाया है कि कुछ टीकाकरण केंद्रों में स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स के रूप में अपात्रों का पंजीयन कर टीकाकरण किया जा रहा है जो भारत सरकार द्वारा कोरोना वैक्सीनेशन के लिए जारी दिशा-निर्देशों का उल्लंघन है। इन दोनों श्रेणियों में टीकाकरण के लिए पंजीकृत लाभार्थियों की संख्या में पिछले कुछ दिनों में 24 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है। एनईजीवीएसी की सिफारिश पर इन दोनों श्रेणियों में नए पंजीयन को तत्काल बंद किया जा रहा है। कोविन पोर्टल पर 45 और इससे अधिक उम्र के लोगों का पंजीयन जारी रहेगा। स्वास्थ्य कर्मी और फ्रंटलाइन वर्कर्स के रूप में पूर्व में पंजीकृत लोगों का कोविड टीकाकरण यथाशीघ्र सुनिश्चित किया जाएगा।


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