स्वास्थ्य मंत्री ने जांजगीर-चांपा में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की

feature-top

रायपुर. पंचायत एवं ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य तथा जांजगीर-चांपा जिले के प्रभारी मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस से जांजगीर-चांपा जिले में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने जिला प्रशासन, नगर निगम के पार्षदों और विभिन्न सामाजिक व नागरिक संगठनों से चर्चा कर जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के प्रभावी उपायों पर विचार-विमर्श किया। श्री सिंहदेव ने टेस्टिंग, कोविड अस्पतालों और केयर सेंटर्स में ऑक्सीजन सुविधा वाले बिस्तरों की संख्या बढ़ाने तथा होम आइसोलेशन में इलाज करा रहे मरीजों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के संबंध में जिला प्रशासन को निर्देश दिए। उन्होंने कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए सामाजिक एवं नागरिक संगठनों से सक्रिय सहयोग की अपील की।

श्री सिंहदेव ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में जांजगीर-चांपा जिले में टीकाकरण की प्रगति और टीकों की उपलब्धता की समीक्षा की। उन्होंने जिले में कोरोना संक्रमितों के इलाज की व्यवस्था, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, दवाईयों की उपलब्धता और ऑक्सीजन सुविधा वाले बिस्तरों की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि संक्रमण के बढ़ते ट्रेंड पर ध्यान देने की जरूरत है। लगातार पांच प्रतिशत से अधिक पॉजिटिविटी दर चिंता का विषय है। उन्होंने बाहर से आने वाले लोगों की आरटीपीसीआर जांच कर उन्हें आइसोलेट करने कहा।

जांजगीर-चांपा जिले के प्रभारी मंत्री श्री सिंहदेव ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में बताया कि छत्तीसगढ़ कोरोना सैंपलों की जांच और टीकाकरण में देश के अग्रणी राज्यों में है। यहां की दस प्रतिशत से अधिक आबादी को टीके का पहला डोज दिया जा चुका है। प्रदेश भर में प्रतिदिन 40 हजार से अधिक सैंपलों की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के बाद भी कोरोना हो सकता है। इम्युनिटी टीकाकरण के 70 दिनों के बाद आती है। टीका लगने के बाद संक्रमण से मृत्यु की संभावना न के बराबर है। उन्होंने लोगों को पूरे समय कोविड उपयुक्त व्यवहार अपनाने के लिए प्रेरित करने कहा।

श्री सिंहदेव ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में शामिल विभिन्न समाजों के प्रमुखों और नागरिक संगठनों से कोरोना संक्रमण के चुनौतीपूर्ण समय में सक्रिय सहयोग और मार्गदर्शन देने की अपील की। उन्होंने जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों से आगामी नवरात्रि एवं रमजान के दौरान की व्यवस्थाओं के संबंध में भी जानकारी ली। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में बाहर से आ रहे लोगों और मजदूरों की जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।


feature-top