ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना संक्रमण और आगामी वैक्सीनेशन कार्ययोजना पर की चर्चा

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रायपुर : आज प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टी एस सिंहदेव जी ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की वर्चुअल बैठक में शामिल हुए। इस बैठक में उन्होंने कोविड महामारी की दूसरी लहर के विषय में चर्चा करते हुए बताया कि पिछली बार की अपेक्षा इस बार 4 गुना संक्रमित मिले हैं।

स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव जी ने कहा कि वैक्सीनेशन, टेस्टिंग, उपचार व लोगों में स्वअनुशासन की प्रेरणा जागृत करने के लिए हर स्तर पर सरकार अपनी ओर से पहल कर रही है। इस दिशा में अपेक्षाकृत सहयोग जो केन्द्र सरकार का मिलना चाहिए वह इस बार नहीं मिल रहा है, वैक्सीनेशन में एक तुगलकी सा निर्णय लिया गया कि अब केंद्र सरकार वैक्सीनेशन उपलब्ध नहीं कराएगी। इस टूटती हुई अर्थव्यवस्था के बीच में राज्य अपने से खरीदी कर के लोगों को वैक्सीन उपलब्ध कराएंगे, उन्होंने आगे बताया कि इसके साथ ही दरें भी अलग-अलग निर्धारित की गई हैं। जिसमें केंद्र सरकार को ₹150 में, राज्यों को ₹400 में और यदि आम नागरिक खरीद कर लगाना चाहे तो ₹600 में वैक्सीन मिलेगी। कोवैक्सीन के संबंध में स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने बताया कि हमारे देश में निर्मित वैक्सीन के भाव ₹600 कर दिए गए हैं और केंद्र सरकार का कहना है कि यह राशि रिसर्च और डेवलपमेंट के लिए लगाई जाएगी। इस पर केंद्र यह जवाब दे कि क्या केंद्र की सरकार रिसर्च एंड डेवलपमेंट में पैसे नहीं देगी, अपने उपक्रमों को पैसे नहीं देगी? वैक्सीन के विस्तार के लिए पैसे देने के बाद जब केंद्र सरकार ₹4100 करोड़ दी है ताकि वैक्सीन की फैसिलिटी बढ़े, तो दाम क्यों बढ़ने चाहिए और उसका भार राज्य के अर्थव्यवस्था पर राज्य के बजट पर क्यों पढ़ना चाहिए यह मूल प्रश्न है।

 

स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने आगे बताया कि इस दरमियान राज्य ने अपनी तरफ से जितना बन सकता है प्रयास किया है। 2018 में जब सत्ता में हमारी सरकार आई उस समय राज्य में आईसीयू की बिस्तर 53 थे जिनको बढ़ाकर हमने 554 किया, एचडीयू बेड बिस्तर की संख्या 20 से बढ़ाकर 504 किया और ऑक्सीजन युक्त बिस्तर कोविड-19 के लिए एक भी उपलब्ध नहीं थे उसको बढ़ाकर हमने 6,310 किया, वहीं कुल बिस्तर जहां पहले लगभग 500 थे इनको बढाकर 21,565 किया, वेंटिलेटर जो हमारे पास 35 उपलब्ध थी आज हमारे पास 526 है, राज्य सरकार ने अपनी तरफ से जितना बना व्यवस्थाओं को बढ़ाया है। उन्होंने आगे बताया कि ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए और दूसरी लहर का अनुमान लगाकर आये पहले ही सितंबर महीने में स्वास्थ्य-सेवा के प्रतिष्ठानों में ऑक्सीजन जनरेटिंग यूनिट स्थापित करने का निर्णय लिया और नवंबर से यह का काम चालू हो गया था। करीब 25.79 मिलियन लीटर 3685 जम्बो सिलेंडर के बराबर प्रतिदिन हमने ऑक्सीजन जनरेटिंग कैपेसिटी राज्य में निर्मित की। इनमें छोटे चार यूनिट जो केंद्र सरकार ने हमें हमारी पहल के बाद सहमति दी उसमें भी एक ही अभी तक लग पाया है बाकी अभी तक स्थापित नहीं हुए इस दरमियान इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन जहां पर बनता है उसमें मेडिकल ऑक्सीजन बनाने की लाइसेंस हमने लिए और आज छत्तीसगढ़ में ऑक्सीजन की कमी नहीं है। प्रत्येक दिन 388.87 मेट्रिक टन ऑक्सीजन हमारे यहां उत्पादित हो रहा है जिसमें करीब 250 लिक्विड ऑक्सीजन है। इस वर्चुअल बैठक में झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता जी, राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा जी, पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू जी समेत अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे।


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