छत्तीसगढ के पत्रकारों को फ्रंट लाइन वारियर्स मान्यता देने पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने मुख्यमंत्री बघेल को लिखी चिट्ठी, किया आग्रह

feature-top

रायपुर। कोरोना के दूसरे लहर के इस भयावह दौर में फ्रंट लाइन वर्कर के रूप में पुलिस, डॉक्टर्स, स्वास्थ्य व सफाई कर्मी अपना फर्ज निभा रहे है। इनके सब के अलावा एक और वर्ग है जो इस कोरोना काल में अपना फर्ज निभा रहा है। यह वर्ग है पत्रकारों का, जो सभी जानकारी-खबरों को एकत्रित कर आम जन तक पहुंचा रहा है। लेकिन प्रदेश में अब तक पत्रकारों को पत्रकारों को फ्रंट लाइन वर्कर का दर्जा नहीं दिया गया है। छत्तीसगढ़ के पत्रकारों को भी फ्रंट लाइन वर्कर का दर्जा देने की मांग की जा रही है।

वही पूर्व मुख्यमंत्री के भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखा। जिसमे कहा है कि ओडिशा, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश में पत्रकारों को फ्रंट लाइन वर्कर का दर्जा दिया गया है। छत्तीसगढ़ में भी पत्रकारों को फ्रंट लाइन वर्कर का दर्जा दिलाने मांग की जा रही है। अपने पत्र में डॉ. सिंह ने लिखा है कि कोरोना आपदा काल में फ्रंट लाइन वर्कर्स के आलावा पत्रकारों की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। विपरीत परिस्थितियों में भी मीडिया कर्मी अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे है। इस दौरान कई पत्रकारों की कोरोना संक्रमण से मृत्यु भी हो गई है। मधयप्रदेश, ओडिशा तथा उत्तरप्रदेश ने पत्रकारों को फ्रंट लाइन वर्कर मानते हुए उनकी चिंता की है। डॉ. सिंह ने मुख्यमंत्री बघेल से कहा कि पत्रकारों को भी फ्रंट लाइन वर्कर की श्रेणी में रखते हुए उनकी सुरक्षा के लिए कोविड टीकाकरण में प्राथमिकता देने संबंधितों को निर्देशित करे।


feature-top