विक्रम सेठ - "ए सूटेबल बॉय"

लेखक - संजय दुबे

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 कलम के धनी भारतीय लोग जिन्होंने आंग्ल भाषा मे अपने कलम के अधिकार को प्रमाणित किया उनमें से एक नाम विक्रम सेठ का भी है। अक्सर ये माना जाता है कि उपन्यास पढ़ने से ज्यादा लिखना कठिन है।उपन्यास में चरित्र के साथ साथ घटना क्रम को विस्तार देने की बाध्यता होती है। विक्रम सेठ उपन्यासकार होने के अलावा कवि भी है। देश विदेश में माना जाता है कि भारत मे कथानकों की भरमार है लेकिन हिंदी औऱ क्षेत्रीय भाषा में लेखन हमे अंतरास्ट्रीय स्तर पर स्थापित नही होने देती है इसके लिए अंग्रेजी भाषा ही एकमात्र भाषा है जिसका ज्ञान होने पर आप विश्व विख्यात हो सकते है। विक्रम सेठ ने ये रास्ता अख्तियार किया औऱ 1349 पृष्ठ का उपन्यास A suitable boy की रचना कर डाली। ये उपन्यास भारतीय परिवेश में एक विवाह योग्य युवती के परंपरागत विवाह के लिए एक योग्य लड़के की तलाश और खुद युवती के द्वारा चयन के बीच की गुत्थमगुत्थी है। देश विभाजन के बाद सम्प्रदायवाद के परिवेश में इस उपन्यास का कथानक आगे बढ़ती है।अंत क्या होता है? ये जानने के लिए आपको अ सूटेबल बॉय पढ़ने की सलाह है। विक्रम सेठ ने द गोल्डन गेट , एन इक्वल म्यूजिक, जैसे अविस्मरणीय उपन्यास लिखे जिसके कारण उन्हें सारी दुनियां में दमदार लेखक माना जाता है। उपन्यास के अलावा वे कविता धर्मी भी है। मैपिंग, आर यू हू स्लीप एट नाईट, थ्री चाइनीस पोएट्स, उनकी उत्कृष्ट कविताओं का संकलन है।बैस्टली टेल्स फ्रॉम हेयर एंड देयर, बच्चों के लिए 10 कहानियों का संकलन है। जो ये प्रमाणित करता है कि विक्रम सेठ के मन मे बाल मन भी छुपा हुआ है

 मुझे याद है विक्रम सेठ एक विचार विमर्श कार्यक्रम में सहभागी थे जिसमें अमिताभ बच्चन से लेकर सचिन तेंदुलकर और वहीदा रहमान भी थी। कार्यक्रम में अल्फाबेट्स के हिसाब सभी को विचार रखने के बाद अपने दिल की ख्वाहिश बताना था। विक्रम सेठ की बारी आखिर में आई। उन्होंने वहीदा रहमान का आभार व्यक्त किया कि v के बाद w आता है इल्स कारण उनका नंबर आखिर से पहले लग गया। अपनी एक ख्वाहिश के बारे में कहा कि अक्सर माँ बाप के बेटे बेटी होते है लेकिन बेटे बेटी को माँ बाप चुनने का विकल्प नही मिलता है। वे चाहेंगे कि उन्हें अपने माँ बाप चुनने का विकल्प मिलता।

 आज विक्रम का जन्मदिन है। एक लेखक होने के नाते मेरा उनके प्रति आदरभाव है। उनको देश के विख्यात लेखक होने नाते शुभकामनाएं यही है कि वे एक उपन्यास a suitable girl भी लिखे क्योकि वक़्त बदल चुका है हमारे लिए यही लेखन उनका उपहार होगा।


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