एंटी करप्शन ब्यूरो ने बयान के लिए बुलाया निलंबित एडीजी जीपी को, जवाब आया काेराेना के लक्षण..

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एंटी करप्शन ब्यूरो एसीबी ने पूर्व चीफ और निलंबित एडीजी जीपी सिंह को नोटिस भेजकर 10 करोड़ की अनुपातहीन संपत्ति पर जवाब देने बुलाया है। 

एसीबी की नोटिस के बाद निलंबित एडीजी ने पत्र लिखकर कहा है कि उनमें कोरोना के लक्षण हैं। फिलहाल वे क्वारेंटाइन हैं। अभी जवाब देने हाजिर नहीं हो सकेंगे। एसीबी को भेजे गए पत्र में उन्होंने लिखा है कि बिलासपुर आने जाने के कारण उनकी तबीयत ठीक नहीं है। ये कोरोना का लक्षण हो सकता है। इस वजह से वे अभी क्वारेंटाइन रहेंगे। 

एसीबी ने शनिवार को नोटिस जारी किया था। रविवार को छुट्टी होने के कारण सोमवार को सुबह नोटिस उनके घर पहुंचाया गया। शाम को उनकी ओर से पत्र भेजकर तुरंत हाजिर होने में असमर्थता जतायी गई है। एसीबी के अफसरों के अनुसार एडीजी और उनके सहयोगियों के ठिकानों में छापे के दौरान प्रापर्टी के संबंध में जो दस्तावेज जब्त किए गए हैं, उनके बारे में पूछताछ की जाएगी। अलग-अलग नामों के प्रापर्टी के दस्तावेज उनके घर में क्यों रखे गए थे? इस बारे में उनसे जवाब मांगा जाएगा। एसीबी में फिलहाल छापे के दौरान जितने दस्तावेज मिले हैं, उसकी स्कूटनी की जा रही है। प्रापर्टी से संबंधित जितने भी दस्तावेज मिले हैं, उन्हें बाकी फाइलों और कागजों से अलग किया जा रहा है। अफसरों के अनुसार छापे के दौरान रायपुर के अलावा दिल्ली, नोएडा और पटियाला के साथ ओडिशा के दस्तावेज मिले हैं। सबकी स्कूटनी चल रही है। प्रापर्टी के कुछ दस्तावेज उनके बेहद करीबी रिश्तेदारों के नाम के हैं। कुछ दस्तावेज ऐसे हैं जो उनके रिश्तेदारों के नहीं बल्कि कारोबारियों के नाम पर है। उन कारोबारियों को भी पूछताछ के लिए बुलाने की तैयारी है। चंद्रखुरी ट्रेनिंग सेंटर के जिन अफसरों के नाम का आईटीआर उनके बंगले से मिला है, उन अफसरों से भी पूछताछ की जाएगी।"


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