सुबह-सुबह कृषि मंत्री के बंगले पहुंचे किसान, कहा- न्याय की उम्मीद नहीं हुई पूरी

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राजधानी रायपुर में अभनपुर क्षेत्र के सोनेसिल्ली गांव के 23 किसान परिवारों ने गुरुवार तड़के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे का बंगला घेर लिया। महिलाओं-बच्चों को साथ लेकर आए किसान जमीन वापसी की मांग कर रहे थे। घेराव की सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसानों को वहां से जबरन हटाकर बूढ़ा तालाब स्थित धरना स्थल पहुंचा दिया।

प्रदर्शनकारियों ने बताया कि वे लोग कृषिक सहकारी समिति सोनेसिल्ली से जुड़े हुए हैं। पिछले 51 वर्षों से गांव की खाली जमीन पर खेती करते आ रहे हैं। इस साल गांव के सरपंच और उपसरपंच ने उनको जमीन से बेदखल करने की कार्रवाई शुरू कर दी। उनकी खड़ी फसल को मवेशियों से चरा दिया गया। इस जमीन पर एसडीएम न्यायालय ने स्थगन आदेश जारी किया था। 

गौरतलब है कि जमीन की अतिक्रमण से परेशान परिवारों ने 24 जुलाई को भी न्याय की गुहार लगाई थी. जमीन की बेदखली और सरपंच के रवैये से परेशान पीड़ित परिवार ने पदयात्रा की थी, और रायपुर पहुंच कर कलेक्टर से मुलाकात भी की थी.

पीड़ित परिवारों का आरोप है कि एसडीएम निर्भय साहू ने वनोपज जांच रोक तो दिया, और सरपंच के बेदखली आदेश पर स्थगन आदेश जारी किया था, जिससे संतुष्ट होकर ये परिवार वापस अपने घर लौट गए. लेकिन 4 अगस्त को एक बार फिर एसडीएम ने स्थगन के आदेश को रद्द कर दिया.


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