छत्तीसगढ़ में रफ़्तार बढ़ाने की जरुरत : जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत

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केंद्र सरकार के जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सूबे के परफॉर्मेंस पर चिंता जताई है। उन्होंने सीएम हाउस में आज जल जीवन मिशन योजना की बैठक ली। इस बैठक में सूबे के मुखिया भूपेश बघेल भी उपस्तिथ रहे। बैठक के दौरान योजना के काम क़ाज़ों की रिपोर्ट पर उन्होंने योजना की रफ़्तार बढ़ाने की जरुरत बताई है।

केंद्रीय मंत्री शेखावत ने पत्रकारवार्ता के दौरान इस बात का जिक्र किया के छत्तीसगढ़ में जलजीवन मिशन योजना की रफ़्तार बेहद धीमी है। इस योजना के तहत छत्तीसगढ़ में सबसे कम प्रगति हो रही है, शेखावत ने बताया कि छत्तीसगढ़ इस योजना के क्रियान्वयन के मामलें में 30वें पायदान पर है।

मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए शेखावत ने कहा कि “पीएम के नेतृत्व में देश के सामान्य लोगों के जीवन में परिवर्तन लाने अनेक योजनाएं लागू हुईं। हर घर तक शौचालय, हर गाँव तक पानी पहुँचे, ये उद्देश्य रही है। हम शत प्रतिशत लोगों तक हितकारी लाभ देने के उद्देश्य से काम किया जा रहा है।”

 

मंत्री ने कहा “32% लोगों तक पहले शौचालय की व्यवस्था थी। स्वच्छता जैसे विषय पर प्रधानमंत्री बात करेंगे, ये कल्पना लोगों को नहीं थी। उनकी इस योजना से भारत की छवि विश्वभर में पहुँची।”

केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि “देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में आज जल की उपलब्धता लगातार घटती जा रही है। इसके साथ ही जनसंख्या बढ़ने से हमारी चुनौती भी लगातार बढ़ी है। इस संबंध में भी केंद्र सरकार राज्यों के साथ लगातार बातचीत करते रहती है। जल संरक्षण के क्षेत्र में 25 दिसम्बर 2019 को एक गाइडलाइंस भी लागू की गई थी।”

जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि “कोविड की आपदा में भी हमारी सरकार ने बेहतर काम किया। 70 सालों में जो नहीं हुआ था, 2024 में एक भी माँ बहन सिर पे पानी उठाने मजबूर नहीं होंगी।

छत्तीसगढ़ में 2023 तक काम पूर्ण करने में लगी हुई है। देशभर में 74 जिलों में पूरी तरह से पानी घर तक पहुँच रहा है। 1000 गाँवों में पूर्णतः पानी दिया जा रहा है।”


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