छत्तीसगढ बन रहा है दूसरा जामताड़ा, ऑनलाईन ठगों का स्वर्ग होता जा रहा छत्तीसगढ़ : कौशिक

feature-top

रायपुर।नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रदेश में बढ़ते साइबर क्राइम पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जिस तरह से प्रदेश में ऑनलाईन ठगी के मामले बढ़ते जा रहे है इससे अब लगने लगा है कि ऑनलाईन ठगी के लिए जामताड़ा गिरोह की सक्रियता तो कहीं छत्तीसगढ़ में भी तो नहीं है। जिस तरह से लगातार ऑनलाईन ठगी हो रहे है,पुलिस की मामले की विवेचना में मुस्तैद नहीं है और जो जन जागरण अभियान की जरूरत है वह नहीं चलाया जा रहा है जिसके कारण ऐसे गिरोह के झांसे में आकर लोग ठगे जा रहे है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से अभनपुर के एक सेवा निवृत्त कर्मचारी के साथ 63 लाख की ठगी हुई है ऐसे मामले लगातार प्रदेश के हर जिले में बढ़ते जा रहे है। प्रदेश सरकार ने खुद ही स्वीकारा है कि दो साल के भीतर में करीब 786 ऑनलाईन ठगी के मामले दर्ज हुए हैं।जिसमें सबसे पहले पहले स्थान पर बिलासपुर में 271 मामले दर्ज हुए है,वहीं दूसरे स्थान पर सरगुजा में 120 मामले दर्ज किए गए, व तीसरे स्थान पर दुर्ग में 63 मामले दर्ज हुए है। राज्य सरकार ने एक साइबर पुलिस स्टेशन स्थापित किया है। लेकिन इसके बाद भी मामलों की जांच नहीं हो रही है और दूसरी ओर लगातार प्रदेश में साइबर क्राइम के मामले बढ़ते जा रहे है।

नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि जिस तरह से प्रदेश में मामले बढ़ते जा रहे है और खासकर ग्रामीण इलाकों में अज्ञानता के कारण लोग ऐसे गिरोह के साजिशों में फंसते जा रहे है लेकिन प्रदेश में पुलिस जनजागरण अभियान नहीं चला पा रही है। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय साइबर क्राइम काॅर्डिनेशन सहित देश के अन्य राज्यों में आर्थिक साइबर क्राइम रोेकने के लिए अभियान की बातें कहीं जाती है जो खोखले हैं। इस तरह से यदि पुलिस सख्त कार्यवाही करती तो जिनसे ठगी हुई है उन्हें न्याय तत्काल मिल सकता था।


feature-top