मुख्यमंत्री भूपेश बघेल निवास में दिखी विश्व आदिवासी दिवस पर आदिवासी संस्कृति की झलक

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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में विश्व आदिवासी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए।

बताया जाता है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विश्व आदिवासी दिवस की बधाईयांं देते हुए सभी को शुभकामनाएं दीं तथा सभी जिलों के प्रतिनिधियों से विस्तार से चर्चा की. इस अवसर पर राज्य सरकार की योजनाएं, आदिवासियों के इतिहास और उनके सांस्कृतिक योगदान को भी सराहा गया.

मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित कार्यक्रम में आदिवासी संस्कृति के रंग—बिरंगे दृश्य दिखाई दिए. एक तरफ जहां ढोल मृदंग की मनमोहक आवाज थी, वहीं दूसरी ओर सांस्कृतिक पूजा अनुष्ठान का भी आयेाजन किया गया था. आदिवासियों के वादय यंत्र, उनकी भाषा, सांस्कृतिक पहनावा इत्यादि के कई रंग दिखाई दिए. तुलसी चौरा में दीए जल रहे थे और पूजा अर्चना भी चल रही थी. मुख्यमंत्री पहुंचे तो उनका तिलग लगाकर, नागर जोड़ा के साथ स्वागत किया गया. आदिवासी गेड़ी नृत्य के साथ मनमोहक लग रहे थे. हल्बी भाषा का संचालन भी खूबसूरत लग रहा था. गीत संगीत का आयेाजन भी हुआ.

इस अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत, अनुसूचित जाति एवं जनजातीय विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री राजेश तिवारी, मुख्य वन संरक्षक आइएफएस राकेश चतुर्वेदी सहित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थिति रहे.

ईनामी नक्सलियों ने किया समर्पण

तेलंगाना के बड़े कैडर नक्सलि हरिभूषण के साथ संगठन में सक्रिय रहे दो नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया. आज विश्व आदिवासी दिवस के दिन दोनों इनामी नक्सलियो ने बीजापुर एसपी सहित डीआईजी कोमल सिंह के समक्ष आत्मसमर्पण किया.


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