'पेंडोरा पेपर्स' से उत्पन्न मामलों की निगरानी और जांच करेंगे: केंद्र

feature-top

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के अध्यक्ष की अध्यक्षता में एक 'मल्टी-एजेंसी ग्रुप' पेंडोरा पेपर्स मामले की जांच की निगरानी करेगा, केंद्र सरकार ने कहा। समूह में सीबीडीटी के यह प्रतिनिधि- आयकर मामलों पर शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था - प्रवर्तन निदेशालय, भारतीय रिजर्व बैंक और वित्तीय खुफिया इकाई।

'पेंडोरा पेपर्स' - जिसने दुनिया भर में अमीर व्यक्तियों की वित्तीय संपत्ति को उजागर किया, वह इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स (ICIJ) द्वारा प्राप्त अपतटीय टैक्स हेवन में वित्तीय रिकॉर्ड का एक रिसाव है।

ICIJ की रिपोर्ट के अनुसार, लीक हुए रिकॉर्ड दुनिया भर की 14 अपतटीय सेवा फर्मों से हैं, जो अपनी वित्तीय गतिविधियों को छाया में रखने की मांग करने वाले ग्राहकों के लिए शेल कंपनियां और अन्य अपतटीय नुक्कड़ स्थापित करती हैं।

'पेंडोरा पेपर्स' में कारोबारियों समेत 300 से ज्यादा अमीर भारतीयों के नाम हैं। अब तक, चार भारतीयो के नाम सार्वजनिक किए गए हैं: रिलायंस एडीएजी के अनिल अंबानी, पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, भगोड़े जौहरी नीरव मोदी की बहन और बायोकॉन के संस्थापक किरण मजूमदार शॉ के पति। रियोजना की प्रारंभिक रिपोर्ट से और खुलासे होंगे ।


feature-top