आरोग्य भारती ने मनायी धनवंतरि जयंती

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आरोग्य भारती शिमला के मासिक मिलन कार्यक्रम में धन्वनतरि जयंती पखवाड़ा मनाया गया। इस कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल महामहिम श्री राजेन्द्र आर्लेकर जी की अर्द्धांगिनी श्रीमती अनघा आर्लेकर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। आरोग्य भारती के नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राकेश पंडित ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के हिमाचल प्रांत के माननीय प्रांत प्रचारक श्रीमान संजय जी विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। अतिथियों द्वारा भगवान धनवंतरि की प्रतिमा समक्ष दीप प्रज्वलन एवं पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। डॉ सुश्री आरती कोंडल ने धनवंतरि वंदना का गायन किया। हिमाचल प्रांत आरोग्य भारती के उपाध्यक्ष डॉ अनिल मैहता ने अपने स्वागत भाषण में सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए आरोग्य के देव धन्वनतरि पर प्रकाश डाला। आरोग्य भारती शिमला द्वारा अतिथियों को पारंपरिक हिमाचली शाल एवं टोपी से सम्मानित किया। मुख्य अतिथि श्रीमती अनघा आर्लेकर जी गोवा में आरोग्य भारती के सराहनीय सेवा कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने ने अपने उद्बोधन में "गर्भसंस्कार" के वर्तमान परिपेक्ष्य में महत्व को विशेष उल्लेखित किया। डॉ राकेश पंडित ने अपने उद्बोधन में कुपोषण से सुपोषण अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी सांझा की। उन्होंने ने कहा कि विषयमुक्त एवं घर का बना शुद्ध सात्विक भोजन इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ-साथ कुपोषण को भी दूर करता है। अपने आसपास उगने वाले अनाज,फल सब्जियां एवं अन्य खाद्य पदार्थ स्वस्थ रक्षा में उत्तम हैं। डॉ राकेश ने समय पर भोजन करना,रात का भोजन सोने से कम-से-कम तीन घंटे पहले करना,अपने आसपास उगने वाले सामान्य शाक सब्जी चौलाई, पोती, बथुआ, छूछ आदि के सेवन को स्वास्थ्य के लिए उत्तम बताया। कार्यक्रम में अपने पाथेय में श्री संजय जी ने कहा कि सभी चिकित्सा पद्धतियों में सामंजस्य एवं समरसता स्थापित कर रोगी केंद्रित चिकित्सा व्यवस्था की ओर बढ़ना चाहिए। डॉ नरेश शर्मा, अध्यक्ष आरोग्य भारती जिला शिमला ने धन्यवाद प्रस्ताव ज्ञापित किया। डॉ श्रीमति निशा पंवार ने मंच संचालन किया। शांति मंत्र के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।


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