बंगाल निकाय चुनाव में सिर्फ टीएमसी ही नहीं, लेफ्ट भी बीजेपी को नुकसान पहुंचा सकती है

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भारतीय जनता पार्टी ने इस तथ्य से किनारा कर लिया था कि वामपंथियों से उनको कोई नुकसान होगा लेकिन लेफ्ट ने 30 अक्टूबर को शांतिपुर के शहरी निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव में हारे हुए वोटों का एक बड़ा हिस्सा हासिल कर लिया था।

हालांकि, मार्च-अप्रैल में हुए विधानसभा आम चुनाव के परिणामों के रुझान को देखते हुए, ये संख्या वास्तव में बहुत कम थी।

ममता बनर्जी सरकार ने कलकत्ता उच्च न्यायालय को सूचित किया है कि राज्य में 112 नगर निकायों में चुनाव अप्रैल 2022 तक पूरे हो जाएंगे, जिसकी शुरुआत दिसंबर में कोलकाता नगर निगम (केएमसी) से होगी, डेटा से पता चलता है कि वामपंथियों ने ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में शहरी इलाकों में वोटों का अधिक हिस्सा हासिल किया है।


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