अपराधियों की पहचान की प्रक्रिया से जुड़ा विधेयक राज्यसभा से हुआ पारित

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लोकसभा के बाद राज्यसभा से भी आपराधिक प्रक्रिया (पहचान) विधेयक, 2022 ध्वनिमत से पारित हो गया। इस विधेयक से पुलिस को गिरफ्तार किए गए आरोपियों व अपराधियों के फिंगर प्रिंट, आइरिस स्कैन व बायोलॉजिकल सैंपल संग्रह कर उनके विश्लेषण की अनुमति मिलेगी। प्रावधान के मुताबिक अपराधियों के इस डेटा को 75 साल तक रखा जा सकता है।


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