"अबूझमाड़ अब नहीं रहा अबूझ"- मुख्यमंत्री

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"अबूझमाड़ अब नहीं रहा अबूझ"
मसियाराम कोड़े,पंडरूराम या मोहन धनेरिया सबकी कहानी और चेहरे पर खुशी एक जैसी।
सर्वे के बाद राजस्व विभाग में रिकॉर्ड,खेत में पंप,बैंक से केसीसी,सोसायटी में धान बिक्री,अब सब कुछ मिलेगा।
सालों बाद इन किसानों के चेहरे पर लौटी मुस्कान।


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