जीते है शान से

लेखक - संजय दुबे

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भारत के राष्ट्रपति के चुनाव के लिये लोकसभा, राज्य सभा सहित राज्यो के निर्वाचित विधायको के बहुमत के द्वारा निर्वाचन होता है। 1977,2002 और 2017 के तीन अवसरों को छोड़ दिया जाए तो बाकी सभी 11 अवसरों राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी देश और राज्यो के बहुमत दल कांग्रेस पार्टी के ही प्रत्याशी रहे है।

 राष्ट्रपति चुनाव जीतने वाले राष्ट्रपतियो में सबसे अधिक मत प्रतिशत से जीतने वाले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद थे यद्यपि वे 1952 और 1957 में दो बार चुनाव जीते लेकिन दूसरे राष्ट्रपति चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी हरिराम(2672) की तुलना में4.59.698 मत मिले जो 99 प्रतिशत मत थे। डॉ राजेन्द्र प्रसाद के बाद सर्वाधिक मत प्रतिशत 98.2% मत तीसरे राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन को मिले थे।1956 में नये राज्य बनने के कारण मतों की संख्या बढ़ गयी थी।राधाकृष्णन को 5.73.067 मत प्राप्त हुए उनके प्रतिद्वंद्वी हरिराम को 6341 मत प्राप्त हुए थे।

2002 के चुनाव में ए.पी.जे.कलाम को 9.22.884 मत प्राप्त हुए थे लेकिन मत प्रतिशत में ये 95 % था।

 सबसे कम मत से जीतने और हारने वाले राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी व्ही वही गिरी और नीलम संजीव रेड्डी थे। 1969 में कांग्रेस में विभाजन के कारण राष्ट्रपति चुनाव रोचक हो चला था। व्ही व्ही गिरी और नीलम संजीव रेड्डी के अलावा डी डी देशमुख भी विपक्ष के उम्मीदवार थे। इनके अलावा 12 उम्मीदवार और भी थे। 1969 का चुनाव इंदिरा गांधी के चातुर्य का अम्युदय था।सिंडिकेट के प्रत्याशी नीलम संजीव रेड्डी को संसद के431 में से 268 मत मिले वही व्ही वही गिरी को 17 राज्यो में से 11 राज्यो में बढ़त मिली। कांटे के टक्कर में वही वही गिरी को50.9% और नीलम संजीव रेड्डी को 49.1% मत मिले। केवल .8 % के अंतर से नीलम संजीव रेड्डी चुनाव हारे। यदि विपक्ष सी,डी देशमुख को खड़ा नही करता तो परिणाम कुछ और होता लेकिन इस चुनाव में नीलम संजीव रेड्डी की हार ने 1977 में जीत का परचम फहराया। वे देश के इतिहास में विपक्ष के पहले और निर्विरोध राष्ट्रपति निर्वाचित हुए। 1977 में37 लोगो ने फार्म भरे थे नीलम संजीव रेड्डी को छोड़ सभी फार्म निरस्त हो गए। कालांतर में अटल बिहारी वाजपेयी ने भी राजनैतिक चातुर्य का परिचय दिया और वैज्ञानिक ए पी जे कलाम को प्रत्याशी बना कर सभी दलों को किंकर्तव्यविमूढ़ की स्थिति में ला दिया था। लक्ष्मी सहगल को वामपंथी विचारधारा के लोगो ने खड़ा जरूर किया लेकिन कलाम को 95 % मत प्राप्त हुए। भाजपा के पूर्ण समर्थन वाले राष्ट्रपति के रूप में रामनाथ कोविंद का नाम आता है जो मीरा कुमार को पराजित कर राष्ट्रपति बने।


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