टोमैटो फ्लू नाम देना गलत, भारत में नया नहीं ये संक्रमण, लैंसेट की रिपोर्ट पर भारतीय वैज्ञानिक खफा

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टोमैटो फ्लू को लेकर भारतीय वैज्ञानिकों ने दो टूक कहा है कि हाल ही में सामने आया अध्ययन तथ्यहीन है। यह वास्तविकता से एकदम अलग है और लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। नई दिल्ली स्थित आईजीआईबी के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. विनोद स्कारिया ने कहा, अध्ययन में इस बीमारी का नाम टोमैटो फ्लू दिया है, यह एकदम गलत है। 

इस बीमारी को हाथ, पैर और मुंह का संक्रमण (एचएफएमडी) नाम से जानते हैं। भारत में यह संक्रमण कोई नया नहीं है। 10 वर्ष तक की आयु के बच्चों में अक्सर ऐसे मामले मिलते हैं। यह बीमारी बच्चों में सामान्य और हल्के असर दिखाती है। करीब सप्ताह भर बाद बच्चे रिकवर भी हो जाते हैं। यह जन स्वास्थ्य को लेकर गंभीर नहीं है। अध्ययन में जो भी बातें शोधार्थियों ने कही हैं उन पर फिर से विचार करना जरूरी है।


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