विश्व "दिल" दिवस

लेखक - संजय दुबे

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आज अंग्रेजो का world heart day है। हिंदी में heart को दिल कहा जाता है याने आज विश्व दिल दिवस है। चिकित्सीय भाषा में heart के लिए ह्रदय शब्द का उपयोग होता है। ह्रदय के डॉक्टर्स को दिल रोग विशेषज्ञ न कह कर ह्रदय रोग विशेषज्ञ कहा और लिखा जाता है। डॉक्टर्स भी हिंदी में ह्रदय रोग विशेषज्ञ लिखते है। इस कारण आज विश्व ह्रदय दिवस है मान लेते है।

 हमारे यहां प्यार मोहब्बत की एक अलग दुनियां है जिसमे दिल सबसे महत्त्वपूर्ण अंग है, प्यार मोहब्बत करने वाले इस दिल को ह्रदय नही मानते है जिसके बाये हिस्से को एंड्रिया और दाएं हिस्से को वेंट्रिकल कहते है। ये उस ह्रदय को भी नही मानते जानते जो लगभग 298 ग्राम का होता है। ये उस ह्रदय को भी नही मानते जानते जो एक मिनट में 72, एक दिन में 1लाख 15 हज़ार और एक साल में 4 करोड़ 20 लाख बार धड़कता है। ये भी नही समझना चाहते है कि ह्रदय का दिमाग से कोई लेना देना नही है । इनके लिए दिल एक एक चीज़ है वस्तु है जिसका लेनदेन प्यार में होता है। प्यार में दिल लगाया जाता है,मिलाया जाता है,तोड़ा भी जाता है।

देश मे प्यार करने वालो के लिए बेहतरीन प्लेटफॉर्म देने वाली एक संस्थान है फिल्म जगत जिसके अधिकांश लोगों के पास एक स्थायी मुद्दा है- प्यार। इस प्यार का इजहार करने के लिए प्रेमी प्रेमिका अनिवार्य तत्व है जिनका यौगिक बनना ही फिल्म की पूर्णता याने दी एन्ड है। फिल्म हो और गाने न हो तो भारतीय दर्शक फिल्म नही देखना चाहता था(2010 तक) अब भी देखता है लेकिन उकताहट के साथ। 1932 से सवाक फिल्मों के आगमन के साथ ही " दिल" अनिवार्य हो गया। "दिल जलता है तो जलने दे" कुंदन लाल सहगल ने गाया। फिर "ए दिल है मुश्किल', "दिल तोड़ने वाले तुझे"," दिल की गिरह खोल दो"," दिल अपना और प्रीत पराई", एहसान मेरे दिल पे तुम्हारा", दिल का भंवर करे पुकार", दिल मे किसी के प्यार का", ये दिल दीवाना है", "दिल पुकारे", ये फील दीवाना है", "ए मेरे दिल के चैन", मेरे दिल मे आज क्या है"," दिल ऐसा किसी ने मेरा तोड़ा", दिल चीज़ क्या है", होली के दिन दिल मिल जाते है"," न जाने मेरे दिल को क्या हो गया"," दिल चीर के देख","दिल दीवाना बिन सजना के"," दो दिल मिल रहे है"," दिल है की मानता नही"," दर्दे दिल दर्दे जिगर(liver🤣),"दिल विल प्यार व्यार" जैसे अनगिनत गाने ह्रदय के पर्यायवाची दिल के लिए बनते रहे है। दिल तो है दिल , दिल का एतबार क्या कीजे।


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