छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के तीसरे दिन भी रही पारंपरिक खेलों की धूम

feature-top

राज्य स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के तीसरे दिन आज छत्रपति शिवाजी महाराज आउटडोर स्टेडियम बूढ़ापारा, रायपुर में पारंपरिक खेल पिट्ठुल और संखली प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। प्रतियोगिता में प्रदेश के पांचों संभाग रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, सरगुजा और बस्तर के प्रतिभागी शामिल हुए। इस दौरान पारंपरिक खेलों के प्रति प्रतिभागियों और दर्शकों में खासा उत्साह देखने को मिला।

 

पिट्ठुल प्रतियोगिताओं में 18 वर्ष से कम उम्र के बालक वर्ग में रायपुर संभाग ने बाजी मारी वही बस्तर संभाग ने दूसरा और सरगुजा संभाग ने तीसरा स्थान हासिल किया। इसी तरह बालिका वर्ग में सरगुजा संभाग पहला, बिलासपुर संभाग ने दूसरा और बस्तर संभाग तीसरा स्थान हासिल किया। 18 से 40 आयु वर्ग के प्रतियोगिताओं में दुर्ग संभाग ने पहला, रायपुर संभाग दूसरा और बस्तर संभाग ने तीसरा स्थान हासिल किया। वही महिला वर्ग में बिलासपुर संभाग ने पहला, रायपुर संभाग ने दूसरा और बस्तर संभाग ने तीसरा स्थान हासिल किया। इसी तरह 40 से अधिक आयुवर्ग में पुरुष वर्ग में बिलासपु र संभाग ने पहला, रायपुर संभाग ने दूसरा, दुर्ग संभाग ने तीसरा स्थान हासिल किया। महिला आयुवर्ग में बस्तर संभाग ने पहला, दुर्ग संभाग ने दूसरा, सरगुजा संभाग ने तीसरा स्थान हासिल किया। दलीय खेल संखली की प्रतियोगिता में 18 वर्ष से कम उम्र की महिला वर्ग में बस्तर संभाग प्रथम, रायपुर द्वितीय और दुर्ग तीसरे स्थान पर रहा। 

 

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देेने के उद्देश्य के छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन किया गया है। इस प्रतियोगिता में 14 खेलों को शामिल किया गया है। इसके तहत दलीय खेल में गिल्ली डंडा, पिट्टुल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी, बाटी (कंचा) और एकल खेल में बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मी. दौड़ तथा लंबी कूद की प्रतिस्पर्धाएं शामिल हैं। घरेलू महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी इस ओलंपिक में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं।


feature-top