10 के 10 विकेट लेने वाले जिम लेकर

लेखक- संजय दुबे

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क्रिकेट रिकार्डस का खेल है। यहां रिकार्ड टूटने के लिए ही बनते है लेकिन कुछ रिकॉर्ड ऐसे है जिनकी केवल बराबरी की जा सकती है उन्हें तोड़ा नहीं जा सकता है। जैसे एक ओवर की 6 बॉल में 6 छक्के लगाना, एक पारी में सारे 10 विकेट लेना। क्रिकेट को ज्यादातर बैट्समैन का खेल माना जाता है लेकिन जब बॉलर अपनी पर आ जाता है तो विकेट बचाना कठिन हो जाता है।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 15 मार्च 1877 से क्रिकेट खेला जाना शुरू हुआ। एक पारी में सारे 10 विकेट हथियाने का काम सबसे कठिन काम था क्योंकि कोई न कोई बॉलर एकात भी विकेट हथिया ले तो ये सपना पूरा होना कठिन हो जाता था।79 साल गुजर गए थे क्रिकेट का इतिहास प्रतीक्षा कर रहा था कि ऐसा भी हो कि कोई बॉलर एक पारी में पूरे 10 विकेट ले ले। 

 आज ही के दिन(9 फरवरी) को इंग्लैंड में जन्म लिए जिम लेकर( मराठी मानुस दोनो शब्द को जोड़ कर जिमलेकर बना सकते है, जैसे गावस्कर, वेंगसरकर, सोलकर, वाडेकर, तेंदुलकर) ने 1956 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ ये कारनामा करके दिखा ही दिया। जिम लेकर ने एक टेस्ट की दोनो परियों में कुल 19 विकेट लिए , ये रिकार्ड आज तक न तो बराबर किया जा सका है न ही तोड़ा जा सका है।

जिम लेकर से पहले इंग्लैंड के सिडनी बर्न्स ने द अफ्रीका के खिलाफ 1913-14 में 103 रन देकर 9 विकेट लेने का रिकार्ड बनाये हुए थे। 1956 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4थे टेस्ट में जिम लेकर ने जिम बुर्के को छोड़ कर सारे 9 बैट्समैन को आउट किया। बुर्के बॉलर लॉक के शिकार बने थे लेकिन दूसरी पारी में जिम लेकर ने किसी भी बैट्समैन को मौका नहीं दिया और सारे 10 विकेट लेकर एक ही टेस्ट की पहली पारी में सिडनी बर्न्स के एक पारी में 9 विकेट लेने की बराबरी की और दूसरी पारी में इस रिकॉर्ड को तोड़ भी दिया। जिम लेकर ने बर्न्स के एक टेस्ट में 17 विकेट लेने के रिकॉर्ड को भी ध्वस्त कर आने वाले बॉलर्स के लिए एक चुनौती रखी है । एक पारी में 10 विकेट लेने के रिकार्ड को तो भारत के अनिल कुंबले ने पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के एजाज पटेल ने भारत के खिलाफ बराबरी की है लेकिन एक टेस्ट की दो पारियो में 19 विकेट लेने के रिकॉर्ड की न तो बराबरी हो सकी है तो तोड़ने की बात कल्पना मात्र ही है। विशेष बात ये है कि जिन तीन बॉलर्स ने 10-10 विकेट लिए है वे फ़ास्ट बॉलर न होकर स्पिनर है।

 आज के ही दिन जिम लेकर ने जन्म लिया था।ऐसे महान बॉलर का जन्म लेना क्रिकेट के लिए महान उपलब्धि है।


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