100-एलीट क्लब औऱ चेतेश्वर पुजारा

लेखक- संजय दुबे

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तीन अंकों की सबसे छोटी संख्या याने 100 या फिर शतक का क्रिकेट खेल में अपना अलग ही महत्व है। ये संख्या बल्लेबाज की एकाग्रता का प्रमाण माना जाता है।ये बात अलग है कि ब्रायन लारा जैसा बल्लेबाज 400 रन भी बना ले तो भी शतक ही कहा जाता है।

क्रिकेट के खेल में 100 याने शतक लगाना आसान है लेकिन टेस्ट खेलने का शतक लगाना टेढ़ी खीर है। स्थाई प्रदर्शन और फिटनेस की तगड़ी परीक्षा इस लक्ष्य को साधने में देनी पड़ती है। 15 मार्च 1877 से 17 फरवरी 2023 के 146 साल के लंबे सफर में टेस्ट खेलने वाले 2788 खिलाड़ियों में से केवल 73 खिलाड़ी ही इस कठिन लक्ष्य को छू सके है याने केवल 2.7 प्रतिशत खिलाड़ी इस दुर्लभतम लक्ष्य को पा सके है। इस फेरहिस्त में 74 वे खिलाड़ी के रूप में भारत के चेतेश्वर पुजारा का नाम शामिल होने जा रहा है।

इंग्लैंड के कॉलिन काउंड्रे 1 जुलाई 1968 को 100 टेस्ट खेलने वाले पहले खिलाड़ी बने थे। उनके बाद से चल रही परंपरा में इंग्लैंड के 15, ऑस्ट्रेलिया के 14, भारत के 13, वेस्टइंडीज के 09, द अफ्रीका के 08, श्रीलंका के 06, पाकिस्तान के 05 और श्रीलंका के 04 खिलाड़ी 100 टेस्ट खेलने का कीर्तिमान रच चुके है। ऑस्ट्रेलिया के एलन बॉर्डर, भारत के सुनील गावस्कर, वेस्टइंडीज के क्लाइव लॉयड, द अफ्रीका के गेरी क्रिस्टन, पाकिस्तान के जावेद मियांदाद, न्यूज़ीलैंड के स्टीफन फ्लेमिंग, और श्रीलंका के सनथ जयसूर्या अपने अपने देश के पहले खिलाड़ी रहे है जिन्होंने 100 टेस्ट खेलने की शुरुआत की।

  100 टेस्ट खेलने वालों में देश की टीम के कप्तानों के अलावा बल्लेबाज़ों की भरमार रही है। 58 बल्लेबाज इस एलीट क्लब में है। 16 गेंदबाज ही 100 टेस्ट के लैंडमार्क को छू पाये है। भारत के सर्वाधिक 4 गेंदबाज कपिलदेव, अनिल कुंबले, हरभजन सिंह और इशांत शर्मा इस एलीट 100 क्लब में है।इनके अलावा शेन वार्न, ग्लेन मैक्ग्राथ, नाथन लियांन(ऑस्ट्रेलिया) इयान बाथम और जेम्स एंडरसन (इंग्लैंड) शान पोलक, नताया माखिनी(द अफ्रीका) मुथैया मुरलीधरन, चामिंडा वास(श्रीलंका) कोर्टनी वाल्श ,(वेस्टइंडीज) और डेनियल विटोरी( न्यूज़ीलैंड), वसीम अकरम (पाकिस्तान) ऐसे गेंदबाज रहे है जिन्होने 100 टेस्ट खेले है।

 जिन खिलाड़ियों ने 100 टेस्ट खेले उनमें से 55 खिलाड़ी अपने देश का प्रतिनिधित्व बतौर कप्तान किये है।ऑस्ट्रेलिया के 8 खिलाड़ी डेविड बून, इयान हिली, मार्क टेलर, मार्क वा, शेन वार्न, ग्लेन मैक्ग्राथ, जस्टिन लेंगर, मैथ्यू हेडन, नाथन लियांन, और डेविड वार्नर कप्तान नही बने है।इयान थोर्पे, इयान बेल(इंग्लैंड) हरभजन सिंह, इशांत शर्मा ( भारत), चामिंडा वास, मुरलीधरन( श्री लंका), यूनुस खान(पाकिस्तान) और द अफ्रीका के नताया माखिनी ऐसे खिलाड़ी रहे है जो 100 टेस्ट खेलने के बाद भी अपने देश की कप्तानी नही कर सके। भारत के चेतेश्वर पुजारा भी इसी गैर कप्तान श्रेणी में शामिल होने 19वे खिलाड़ी है।

  जिन खिलाड़ियों 100 या इससे अधिक टेस्ट खेले है उनमें भारत के सचिन तेंदुलकर इकलौते खिलाड़ी है जिनके नाम 200 टेस्ट है वही भारत के अज़हरदुनियां के इकलौते खिलाड़ी है जो 100 से एक कदम दूर नर्वस 99 में ही रुक गए थे।

 जिन खिलाड़ियों ने 100 से अधिक टेस्ट खेले उनके देश अनुसार नाम इस प्रकार है।

 इंग्लैंड- (15) कॉलिन काऊंड्रे, ज्योफ बायकॉट, डेविड गावर, इयान बाथम, ग्राहम गूच, एलेक स्टीवर्ट, माइकल आर्थटन, ग्राहम थोर्पे, एंड्रयू स्ट्रास, केविन पीटरसन, इयान बेल, जेम्स एंडरसन, स्तुवर्ड ब्रॉड, औऱ जो रुट

 ऑस्ट्रेलिया-(14) ऐलन बार्डर, डेविड बून, स्टीव वा,इयान हिली, मार्क टेलर, मार्क वा, शेन वार्न, ग्लेन मैकग्राथ, रिकी पोंटिंग, जस्टिन लेंगर, मैथ्यू हेडन, माइकल क्लार्क, नाथन लियांन, और डेविड वार्नर

 भारत (13) सुनील गावस्कर, दिलीप वेंगसरकर, कपिलदेव, सचिन तेंदुलकर, अनिल कुंबले, राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली, वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह, इशांत शर्मा, विराट कोहली अब चेतेश्वर पुजारा

 वेस्टइंडीज(09) क्लाइव लॉयड, विव रिचर्ड्स, गार्डन ग्रीनिज, डेसमंड हेंस, कोर्टनी वाल्श, कार्ल हूपर, ब्रायन लारा, शिवनारायण चन्द्रपाल और क्रिस गेल,

 द अफ्रीका (08) गेरी क्रिस्टन, जैक कालिस, शान पोलाक, मार्क बाउचर, मखाया नातिनी, ग्रीम स्मिथ, एबी डिविलियर्स, और हाशिम अमला

श्रीलंका(06) सनत जयसूर्या, मुथैया मुरलीधरन, चामिंडा वास, महेला जयवर्धने, कुमार संगकारा और एंजेलो मैथ्यूज

 पाकिस्तान(05) जावेद मियांदाद, सलीम मालिक, वसीम अकरम, इंजमाम उल हक और यूनुस खान

 न्यूज़ीलैंड(04) स्टीफन फ्लेमिंग, डेनियल विटोरी, ब्रेडन मैकुलम और रॉस टेलर,

 2006 का साल 100 टेस्ट खेलने वाले 8 खिलाड़ियों का साल रहा था। इस साल रिकी पोंटिंग, जस्टिंन लेंगर (ऑस्ट्रेलिया) जेक कालिस, शान पोलक( द अफ्रीका) शिवनारायण चन्द्रपाल (वेस्टइंडीज)राहुल द्रविड़( भारत)स्टीफन फ्लेमिंग( न्यूज़ीलैंड) और मुथैया मुरलीधरन ने इसी साल 100 टेस्ट खेलने का रिकार्ड बनाया था।

  वर्तमान में 8 खिलाड़ी ऐसे है जो एलीट -100 में शामिल होने के बाद भी अपने देश का प्रतिनिधित्व कर रहे है। ये इंग्लैंड के जेम्स एंडरसन, स्टुवर्ड ब्रॉड और जो रुट, भारत के विराट कोहली, औऱ इशांत शर्मा, नाथन लियांन और डेविड वार्नर( ऑस्ट्रेलिया) एंजेलो मैथ्यूज ( श्रीलंका) के है।

 अब तो टेस्ट खेलने वाले देशों की संख्या बढ़ने के कारण 100 टेस्ट खेलना पहले से आसान हो गया है। कोलिन काउंड्रे को 100 टेस्ट खेलने के लिए 21 साल खेलना पड़ा था वही 22 साल में सचिन तेंदुलकर 200 टेस्ट खेल चुके थे। वैसे सबसे कम 8 साल में इंग्लैंड के एंड्र्यू स्ट्रॉस ने 100 टेस्ट खेलने का रिकॉर्ड अपने नाम रखा है।


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