100 में 100

लेखक- संजय दुबे

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बड़ा अजीब शीर्षक लगता है ना, शायद किसी प्रतियोगी परीक्षा में होनहार परीक्षार्थी को मिले सम्पूर्ण अंक के समान। क्रिकेट में भी 100 का ऐसा ही महत्व है। एक तो बड़े मुश्किल से 100 टेस्ट खेलने को मिलता है उसपर भी यदि सौवें टेस्ट में 100 या शतक ठोंक दिया जाए तो सोने में सुहागा ही मान सकते है।

क्रिकेट के इतिहास में आज 17 फरवरी 2023 के दिन चेतेश्वर पुजारा, भारत और क्रिकेट जगत के लिए महत्त्वपूर्ण दिन है। 100 एलीट क्लब में 74 वे खिलाड़ी के रूप में चेतेश्वर पुजारा शामिल होने जा रहे है। भारत की तरफ से 13 वे खिलाड़ी बनेंगे। पहले के 12 भारतीय खिलाड़ी के साथ एक अनोखा रिकार्ड नहीं है जिसकी भरपाई पुजारा कर सकते है वह है सौवें टेस्ट में शतक जड़ने का। सुनील गावस्कर, दिलिप वेंगसरकर, सचिन तेंदुलकर,(200 टेस्ट खेलने वाले) राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली, कपिलदेव, वीवीएस लक्ष्मण, वीरेन्द्र सहवाग, विराट कोहली, जैसे धाकड़ बल्लेबाज़ भी अपने 100वे टेस्ट में शतक या दोहरा शतक नहीं लगा पाए है।

 146 साल में टेस्ट खेलने वाले 2788खिलाड़ियों में से केवल 73 खिलाड़ी ही 100वे पायदान में पैर रख पाए है लेकिन इनमें से 9 खिलाड़ी स्पेशल एलीट खिलाड़ी बने है जिन्होंने 100 वे टेस्ट में भी शतक लगाया। इंग्लैंड के जो रुट और ऑस्ट्रेलिया के डेविड वार्नर तो दो कदम आगे निकलते हुए दोहरा शतक जड़ा । ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग तो और भी अनोखे रहे उन्होंने 100 टेस्ट की दोनो पारियो में शतक लगा दिया।

 इंग्लैंड के कोलिन काउंड्रे जिनके नाम के साथ टेस्ट इतिहास में पहले खिलाड़ी के रूप 100 वा टेस्ट खेलने का इतिहास है उन्होंने 100 में 100 की शुरुवात की थी। इनके अलावा जावेद मियांदाद, इंजमाम उलहक़(पाकिस्तान), ग्रीम स्मिथ, हाशिम अमला( द. अफ्रीका) गार्डन ग्रिनीच(वेस्टइंडीज) एलेक स्टीवर्ट( इंग्लैंड) ने भी 100 वे टेस्ट में शतक लगाया है। आज चेतेश्वर पुजारा इस श्रंखला में अपना नाम जोड़ सकते है।


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