विलियमसन भारत विधाता

लेखक - संजय दुबे

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7 जून 2023 से क्रिकेट के अयोध्या कहलाने वाले लॉर्ड्स (इंग्लैंड)के मैदान में इस बात का फैसला होगा कि क्रिकेट के परंपरागत रूप से 5 दिन के लिए निर्धारित प्रारूप याने टेस्ट की बादशाहत किसे मिलेगी? भारत को, जिसने अपनी सरज़मी पर ऑस्ट्रेलिया को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में 2 टेस्ट हराया है या ऑस्ट्रेलिया को जिसने इंदौर में भारत को हराकर चिंता में डाल दिया था।

   सबसे पहले भारत देश के क्रिकेट प्रेमियों को न्यूज़ीलैंड के पूर्व कप्तान केन विलियमसन का आभार मानना चाहिए जिनके चलते न्यूज़ीलैंड ने श्रीलंका को टेस्ट मैच के आखरी बाल में रन बनाकर जीत हासिल की। अगर मगर की बात करे तो श्रीलंका की जीत भारत को लॉर्ड्स के रास्ते बंद करने वाली थी।ऐसा नही हुआ तो केवल केन विलियमसन के कारण जिन्होंने अपना 27वां नाबाद शतक जड़ते हुए श्रीलंका को हराया। 2019 -2021 टेस्ट चेम्पियनशिप में केन विलियमसन की ही टीम ने भारत को हराकर पहले विजेता होने का गौरव पाया था अब भारत के सामने ऑस्ट्रेलिया की टीम होगी। दोनो देश भारतीय वातावरण में स्पिन अटैक के बल पर टेस्ट जीते है लेकिन इंग्लैंड के मैदान औऱ वातावरण स्पिन गेंदबाज़ों के अनुकूल न होकर तेज़ गेंदबाजों का पक्षधर है। हवा की गति और नमी दोनो स्विंग गेंदबाजों के लिए स्वर्ग बनती है।

 तेज़ गेंदबाजी का विभाग भारत की तुलना में ऑस्ट्रेलिया के हमेशा बेहतर रहा है क्योंकि ऑस्ट्रेलिया का वातावरण भी इंग्लैंड के ही समान है भारत के पिच में बॉल का उठना ही कठिन होता हैं। कम घांस होने के कारण यहां स्पिन गेंदबाज ज्यादा सफल है इसका प्रमाण भी है कि अश्विन जडेजा औऱ ऑस्ट्रेलिया के नाथन ने अपने अपने देश को जीत दिलाई । टेस्ट सीरीज़ में मेन ऑफ द सीरीज़ भी स्पिन गेंदबाज रविन्द्र जडेजा औऱ आर अश्विन बने है। 

        इंग्लैंड में टेस्ट चेम्पियनशिप में भारत के जीत के लिए गेंदबाजों से ज्यादा बल्लेबाज़ों को मेहनत करनी होगी। शुक्र है कि विराट कोहली के टेस्ट शतक का सूखा खत्म हुआ है। शुभमन गिल,के एल राहुल की असफलता का विकल्प बने है ये शुभ संकेत है। चेतेश्वर पुजारा ,को बोझ ढोने की आदत है उन पर सबसे ज्यादा दारोमदार रहेगा। पांचवे क्रम पर बल्लेबाज़ कौन होगा ये टीम के चयन पर निर्भर करेगा। संभवतः ऐसे खिलाड़ी पर नज़र रहेगी जो ऑलराउंडर हो। ये जगह हार्दिक पांड्या का होना चाहिए। तेज़ गेंदबाज की फौज में बुमराह नही है ऐसे में मो शामी, सिराज, उमेश यादव, के साथ साथ उमरान मालिक और नवदीप सैनी में से चयन होगा। जडेजा और अश्विन दोनो का खेलना तय ही है। रोहित शर्मा के लिए बेहतर अवसर है कि पिछले टेस्ट चेम्पियनशिप में विराट जो उपलब्धि हासिल नहीं कर पाए थे उसे सुधार ले।


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