क्रिकेट में 6 का इतिहास
लेखक- संजय दुबे
क्रिकेट खेल में एक सीमा रेखा बनाई जाती है जिसका उद्देश्य बैट्समैन के द्वारा बाल को बैट से मार कर बनने वाले रन को निर्धारित करना होता है। यदि बैट्समैन बॉल को टप्पा खिलाकर सीमा रेखा से पार कर देता है तो उसे 4 रन मिलते है। बिना टप्पा खिलाये बाहर कर दे तो 6 रन मिलते है।
क्रिकेट टेस्ट फॉर्मेट में जब तक खेला जाता रहा तब जीनियस लोगो के खेल में जमीन को चूमती हुई बॉल को सीमा रेखा से बाहर किया जाना क्लासिक बेटिंग की श्रेणी में माना जाता था। बॉल को उठाकर मारना असभ्य बैटिंग की श्रेणी में माना जाता था। वक़्त बदला। समय के साथ साथ 60 फिर 50 ओवर्स के मैच आगये औऱ अब तो 20 ओवर्स के मैच शुरू हो गए है तो अधिक रन बनाने के लिए सबसे आसान तरीका 6 रन बनाना हो गया है। इस लक्ष्य को पाने के लिए बल्लेबाज वजनी बैट अपनाने लगे है साथ ही कॉपीबुक स्टाइल के पलट विचित्र किंतु सत्य शॉट लगाने की अधिकता हो रही है। हेलीकॉप्टर शॉट, पल्लू शॉट, रिवर्स शॉट,जैसे नए नए शॉट ईजाद हो गए है। ऑफ साइड की बाल ऑन साइड और ऑन साइड की बॉल को ऑफ साइड पर मारने के नए नए तरीके दिखते है। कम से कम बॉल में अधिक से अधिक रन बनाने के चलते स्ट्राइक रेट 175 से 225 के बीच तय हो रही है।
बात 6 के इतिहास की करे ।
1870 तक क्रिकेट अंतरास्ट्रीय पर नहीं खेला जाता था। इंग्लैंड और इसके आधीन देश अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया में क्रिकेट खेला जाता था। एक मैच में 1 बॉल पर बैट्समैन द्वारा मारे जाने बॉल पेड़ पर अटक गई। जब तक पेड़ को काटकर बॉल को वापस पहुँचाया जाता तब तक बैट्समैन 286 रन बना चुके थे। ये मैच आस्ट्रेलिया में विक्टोरिया औऱ स्क्रैच 11 के बीच हुआ था।
15 मार्च 1877 को पहला अंतरास्ट्रीय मैच खेले जाने से पहले एमसीसी ने नियम बनाये औऱ मैदान के भीतर बैट्समैन के दौड़कर रन बनाने के लिए 1,2,3, औऱ ओवर थ्रो होने पर बनाये गए अतिरिक्त रन तय हुये। अब तक ऐसी स्थिति में तीन बल्लेबाज़ों पेस्ट्री हेड्रन, जान राइट औऱ एंड्रीयू सायमंड्स ने 8-8 रन बनाए है।
मैदान के बाहर टप्पा खाकर जाने पर 4 औऱ बिना टप्पा खाये जाने पर 6 रन का नियम बना। 6 रन भी एक ओवर में फेंके जाने वाले 6
बॉल का योग ही है। शुरवाती दौर में 1877 से लेकर 1898 तक किसी भी बैट्समैन ने 6 रन इकट्ठा नही बनाया था। 55 वे टेस्ट में आस्ट्रेलिया के जोय डार्लिंग ने ये काम कर टेस्ट क्रिकेट में पहला 6 लगाने वाले बैट्समैन बने। उन्होंने जॉनी ब्रेग्स की बॉल को सीमा रेखा के बाहर हवाई यात्रा करवाई।
वनडे मैच में 5 जनवरी 1971 को पहले ही वनडे में ऑस्ट्रेलिया इयान चैपल ने इंग्लैंड के बॉलर रे इलिंगवर्थ के बॉल में 6 मार दिया था।
टी20 में भी पहले मैच में ही ऑस्ट्रेलिया के मिशेल क्लार्क ने न्यूज़ीलैंड के बॉलर डेरेल टफ़ी की बॉल को हवा में उड़ाते हुए 6 लगाया था।
6 की अपरम्पार लीला के महानायको में पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी लंबे 6 मारने वाले अनोखे बल्लेबाज है। उनके ताकत का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होनें 156 मीटर लम्बा 6 लगाया है।
क्रिस गेल अपने क्रिकेट जीवन के रनों की शुरुआत टेस्ट पहले ही बाल में ही 6 लगाकर की है। ऐसे अन्य 11 बल्लेबाज भी है जो अपने क्रिकेट जीवन की शुरुआत 6 लगाकर किये है । इनमें भारत के ऋषभ पंत भी है।
वेस्टइंडीज के क्रिस गेल ने टेस्ट, वनडे, टी20 के तीनों फॉर्मेट में सबसे अधिक 553( टेस्ट-98, वनडे-331,टी20- 124) 6 लगाए है।
केवल टेस्ट में इंग्लैंड के बेन स्टोक्स ने 109 बार 6 लगाए है।
केवल वनडे में पाकिस्तान के शाहीद अफरीदी ने 398 बार 6 उड़ाए है
केवल टी20 में भारत के रोहित शर्मा ने 182 गगनभेदी 6 लगाए है।
बल्लेबाज़ों गेरी सोबर्स, रवि शास्त्री, हर्षल गिब्स, रॉस वाहिटले, हज़रातुल्लाह जजई, लियो कार्टर, केरियन पोलार्ड, थिसेरा परेरा, जसकरन मल्होत्रा , जॉर्डन क्लार्क औऱ ऋतुराज गायकवाड़ ने एक ओवर की 6 बॉल को हवा हवा में ही हवा कर दिया।
क्रिकेट के टेस्ट फॉर्मेट में शाहिद अफरीदी औऱ ए बी डिविलियर्स ने एक ओवर में 4- 4 बार लगातार 6 लगाए है।
टेस्ट में 6 बॉल पर 6 बार बॉल को सीमा रेखा के पार कराने वाले बैट्समैन की प्रतीक्षा है।
About Babuaa
Categories
Contact
0771 403 1313
786 9098 330
babuaa.com@gmail.com
Baijnath Para, Raipur
© Copyright 2019 Babuaa.com All Rights Reserved. Design by: TWS