गंभीर बीमारियों के ईलाज के लिए मिल रही 20 लाख रूपए तक की सहायता

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छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा गंभीर बीमारियों के ईलाज के लिए देश की बड़ी स्वास्थ्य योजनाओं में से एक योजना संचालित की जा रही है। मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना से अब तक 2643 मरीजों को सहायता दी गई है। इस योजना में मरीजों को ईलाज के लिए 20 लाख रूपए तक की सहायता दी जा रही है।  

 

मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना में गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर, थैलेसीमिया मेजर, हीमोफिलिया, फेफड़े, कीडनी और लीवर ट्रांसप्लांट, कॉक्लीयर इम्प्लांट, हृदय, मस्तिष्क और मेरूदंड संबंधित जटिल ऑपरेशन के लिए राज्य के भीतर और राज्य के बाहर ईलाज के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है। यह योजना 01 जनवरी 2020 से संचालित की जा रही है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए टोल फ्री नंबर 104 पर कॉल किया जा सकता है अथवा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से भी संपर्क किया जा सकता है।

 

कोंडागांव जिला के केशकाल में रहने वाले श्री इमरान आडवाणी के घर जब नन्हे दिशान ने जन्म लिया तो खुशी का माहौल था। परंतु जब दिशान चार माह का हुआ अचानक उसकी तबियत खराब हो गयी। चिकित्सकीय जांच में पता चला कि उसे थैलेसीमिया मेजर नामक गंभीर आनुवांशिक बीमारी है। खून की कमी के कारण दिशान का शरीर लगातार कमजोर होता जा रहा था और उसे सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी थी। बैंगलोर के चिकित्सकों ने बोनमैरो इम्प्लांट की सलाह दी। इसमें 40 लाख रूपए का खर्च होने की बात जानकर परिजनों ने दिशान को बचा पाने की अपनी उम्मीद भी खो दी थी। ऐसी निराशा की घड़ी में मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य योजना दिशान के जीवन में आशा की एक किरण बन कर सामने आई। परिवार के आवेदन करने के 15 दिवस के भीतर स्वास्थ्य विभाग द्वारा 18 लाख रूपए की राशि दिशान के पिता के खाते में अंतरित कर दी गयी। 

बैंगलोर के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज प्रारंभ हुआ। 6 माह के लम्बे चले उपचार के उपरांत दिशान ने अंततः थैलेसीमिया मेजर जैसी गम्भीर आनुवांशिक बीमारी को हरा दिया और अब वह पूरी तरह से स्वस्थ हो गया है। दिशान के स्वस्थ होने पर उनके परिजन बहुत ही खुश हैं। मासूम दिशान के चेहरे की मुस्कान अब लौट आयी है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा ईलाज के लिए मिली आर्थिक सहायता के लिए दिशान एवं उसके परिजनों ने भावुक होते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को तहेदिल से धन्यवाद देते हुए कहा कि अगर मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य योजना नहीं होती तो आज शायद दिशान का ईलाज संभव नहीं हो पाता।


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