'भरोसे का सम्मेलन' में प्रियंका गांधी का संबोधन

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सार्वजनिक जीवन में सबसे महत्वपूर्ण चीज भरोसा होता है।

 

यहां जब मैं आई तो एक बहन ने मेरे लिए सुबह से आइसक्रीम बना कर रखी थी, लेकिन जब मैं वहां पहुंची तो मुझसे कहा कि आपको अभी मंच से बोलना है इसलिए आप ठंडी आइसक्रीम मत खाइए...

 

ये एक बहन का भरोसा है, एक पल में मेरा उनसे रिश्ता बन गया।

भरोसे के सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्रीमती प्रियंका गांधी ने कहा

 

मैं यहां पहली बार आई हूं आप मुझे नहीं जानते हैं।

 

आप इसलिए आए हैं क्योंकि आपका मेरे परिवार पर भरोसा है। 

 

आप इसलिए आए हैं क्योंकि नेहरू जी और इंदिरा गांधी जी के दिल में आपको लेकर विशेष सम्मान था।

 

यहां की कहानियों, आपकी संस्कृति, आपके संघर्ष के बारे में मैं सबकुछ जानती हूं। 

 

मेरे घर के सदस्यों ने आपकी संस्कृति, संघर्षों और चुनौतियों को जाना।

एक जगह की पहचान तीन चीजों से होती है 

 

संस्कृति का सम्मान, लोगों का मान और सरकार द्वारा जनता का सम्मान

पहले गौ माता सड़कों पर घूमती थीं, बहनें कर्ज में थीं, स्कूल बंद हो रहे थे, कुपोषण की दर बढ़ रही थी

 

आज 65 वनोपज खरीदे जा रहे हैं

 

4 हजार एकड़ जमीन लौटाई गई

 

5 लाख लोगों को वन अधिकार पट्टे मिले 

 

धान की सबसे ज्यादा कीमत यहां मिल रही है 

 

किसानों का कर्ज माफ किया गया

यहां बेरोजगारी की दर सब कम है, सबसे ज्यादा वनोपज के लिए एमएसपी, यहां का स्वास्थ्य माडल देश के लिए उदाहरण है

 

सरकार आपके भरोसे पर चल रही है आपकी मेहनत का ये सरकार सम्मान कर रही है

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एक समय यहां लोगों को आने में डर लगता था 

 

आज यही बस्तर एक ब्रांड बन गया है 

 

सरकार की मदद के साथ आपकी आमदनी बढ़ रही है 

 

प्रकृति का सम्मान करने के लिए मेरी दादी इंदिरा गांधी आप आदिवासी भाई बहनों का बहुत सम्मान करती थीं.

सच्चाई आपके सामने है, आपको पहचानना है कि भरोसा किस पर करना है।

 

हमारे मुख्यमंत्री कभी किसी की बुराई नहीं करते, वो सिर्फ नई योजनाएं और आप लोगों को आगे बढ़ाने की बातें करते हैं। 

 

बहुत कम नेता हैं जो काम करके दिखाते हैं।

 

हमारी सरकार ने बस्तर को आगे बढ़ाने का काम किया है, बहनों को सशक्त बनाया है।

 

मुझे यकीन है कि आप ये भरोसा हम पर बनाकर रखेंगे।

हमारी सरकार ने गौठानों के मॉडल को विश्व प्रसिद्ध बना दिया है।

 

गौमाता भी खुश है और जनता भी खुश है।

 

मुझे खुशी है कि आंगनबाड़ी की बहनों का मानदेय 10 हजार रूपए तक बढ़ाया गया है। 

 

1.65 लाख महिलाएं एनीमिया से मुक्त हुई हैं। 

 

पिछली सरकार ने आपकी सम्पत्ति छीनने का काम किया, आपको आत्मनिर्भर नहीं बनाया, आपको बढ़ने नहीं दिया।

 

भूपेश बघेल जी की सरकार ने आपको अपने पैरों पर खड़ा करने का काम किया

सरकार हर हाथ को मजबूत करने का काम कर रही है


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