वन मितान ‘जागृति’ कार्यक्रम: दुर्ग वनमंडल में वन एवं पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाने 700 से अधिक छात्र-छात्राओं का कराया गया भ्रमण

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वन विभाग द्वारा वन एवं पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाने के लिए वन मितान जागृति कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसके तहत अब तक दुर्ग वनमंडल अंतर्गत कुल 11 वन मितान जागृति शिविरों का आयोजन किया जा चुका है, जिनमें 52 शिक्षक सहित 711 स्कूली छात्र-छात्राओं ने प्रशिक्षण प्राप्त कर लाभ उठाया है। 

 

राज्य कैम्पा प्राधिकरण द्वारा स्कूली विद्यार्थियों में वन, वन्यप्राणी एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति संवेदनशीलता विकसित करने हेतु प्रशिक्षण सह जागरूकता शिविर वन मितान ‘जागृति’ कार्यक्रम का आयोजन वनमण्डल वनमण्डल स्तर पर किया जाता है। इसका उद्देश्य वनक्षेत्रों के अंदर एवं इसके पाँच किलोमीटर तक स्थित विद्यालयों के विद्यार्थियों अर्थात भविष्य के नागरिकों को वन, वन्यप्राणी एवं पर्यावरण की वन मितान जागृति कराकर उन्हें उनके संरक्षण हेतु प्रेरित करना है। इसी तरह शिविरों के प्रतिभागियों में से उत्प्रेरित एवं इच्छुक विद्यार्थियों को नेचर वॉलेन्टियर फोर्स के रूप में विकसित करना और विभाग एवं विभागीय अधिकारियों के कार्य एवं उत्तरदायित्व तथा चुनौतियों से विद्यार्थियों को अवगत कराना है। 

 

वन मितान जागृति कार्यक्रम अंतर्गत प्रत्येक वनपरिक्षेत्र अंतर्गत 120 विद्यार्थियों को विभिन्न स्कूलों से चयनित कर उन्हें शिविर के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाता है। इस शिविर में जैव विविधता एवं उद्यानिकी कार्यों की जानकारी पेड़ पौधों और पारिस्थितिकीय तंत्र का परिचय वनों की भूमिका मृदा, जड़तंत्र और वृक्ष के घटक एवं वनौषधियों की जानकारी दी जाती है। साथ ही वन्यप्राणियों का पारिस्थितिकीय तंत्र में महत्व, वन प्रबंधन, जल संरक्षण एवं संवर्धन, स्वच्छता विषयक जानकारी प्रदान की जाती है। इसके साथ- साथ पक्षी दर्शन, वन भ्रमण तथा निबंध प्रतियोगिता, खेलकूद, नाटक कार्यक्रम इत्यादि के माध्यम से बच्चों में वन एवं पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाने का कार्य किया जाता है।


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