उच्च रक्तचाप को नजरअंदाज न करें, हो सकती है कई गंभीर बीमारियां

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हर साल 17 मई को मनाए जाने वाले विश्व उच्च रक्तचाप दिवस (वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे) पर आज रायपुर के डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय के मेडिसिन विभाग में उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) एवं शरीर पर इसके प्रभावों को लेकर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पंडित जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय के मेडिसिन विभाग के पीजी छात्र-छात्राओं द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष डॉ. डी.पी. लकड़ा, डॉ. आर.एल. खरे, डॉ. एम. पाटिल, डॉ. हिमेश्वरी, डॉ. अंकित और डॉ. नेमेश की मौजूदगी में मरीजों को उच्च रक्तचाप की बीमारी से संबंधित लक्षण, निदान, रोकथाम, जीवन-शैली में बदलाव और आहार संबंधी जानकारी दी गई। डॉक्टरों ने रक्तचाप की नियमित निगरानी और दवाओं के अनुपालन के महत्व को रेखांकित किया। मरीजों को उच्च रक्तचाप की जटिलताओं के साथ स्वस्थ जीवन शैली और नियमित दवाओं की मदद से हाइपरटेंशन के रोकथाम के बारे में भी बताया गया। 

 

जागरूकता अभियान के तहत हृदय रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. स्मित श्रीवास्तव एवं डॉ. सी.के. दास ने रक्तचाप एवं उसके मापने की विधि, उपकरण एवं मापदंडों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। डॉ. स्मित श्रीवास्तव ने बताया कि उच्च रक्तचाप को नजरअंदाज न करें। उच्च रक्तचाप भविष्य में गंभीर स्वास्थ्य समस्या जैसे दिल का दौरा, स्ट्रोक, क्रॉनिक किडनी डिसीज इत्यादि को जन्म दे सकता है। इससे बचने के लिए नियमित रूप से अपना ब्लड प्रेशर चेक करें। धूम्रपान एवं कैफीन का सेवन न करें। अच्छी जीवनशैली रखें जिसमें शरीर का वजन नियंत्रित हो। थोड़ी सी सावधानी अपनाकर हाइपरटेंशन की बीमारी से बचा जा सकता है। कार्यक्रम में स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की डॉ. ज्योति जायसवाल और निश्चेतना विभाग की डॉ. जया लालवानी सहित मेडिसिन विभाग एवं स्त्री रोग विभाग के अनेक पीजी छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।


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